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(सुत्तंकसहिओ)
૩૮૯
साउय [स्वादुका यांची स्वाहिष्ट मोशन भणे सम. १.२२७.३२७.३३४: તેવું કુળ
भग.७०.७३.९५.१७६.५१९,५५४,६७९, अनुओ. २३५
९७७थी ९७९: साउसिण [स्वकोष्ण] पोते गरम ४३
नाया. १६.६३.६५.९२.१२१,१३४,१३७, भग. ६४१;
१६२ थी १६५,१७५: साऊस [स्वादुष] स्वादिष्ट
उवा. ५४:
अंत. १,६,७; महाप. ६३:
पण्हा. १५.१६.१९.२१,२४,४५: साएय [साकेत्त न२, में वनस्पति उव. १७,२१,३९,४८,७७; नाया. २३७; अंत. ३१,३२;
राय. १५.७१.८४: विवा. ४६; पन्न. १६८;
जीवा. १६४.१८५,२७७: निसी. ५९८;
पन्न. २३५,२६०.२६५.२७४,२८३,२८७ साक (शाक] us, वृक्षविशेष
२९०.२९२,३०३,३०६.३१५; पण्हा. ४५;
सूर. १९३;
चंद. १९७; साकहूंत [सङ्कर्ष यतुं
जंबू. ४४,५५,७६,८०.८५,९४,९५,१०४, भग. १७२:
१२० थी १२२.१२४.२२८; साकेत [साकेत नगर
कप्प.१
वहि . ३; टा. ९०६; अनुत्त. १३;
चउ.८
देविं.१४९,२३८; साग [शाक] हुमो ‘साक'
निसी. ५७१; आव. ९,४६; सूय. २८२,२८७; अनुत्त. १०;
ओह. १८६;
दस.४६९ विवा. ३२;
उत्त. ६५०,६५६,८२७.१००१,१००७, सागड [शाकट] outनो समुह
१०५८,१२२६,१४१६,१४२०,१४२१,१४२५, भग. ६४५:
१४३४,१६२५,१६२६.१६२८ थी १६३०, नाया. ७५,८८,९०,१५७,१८४,१८५:
१६८२.१६८५ थी १७०६: सागडिय [शाकटिक नार
नंदी. २८:
अनुओ. २७३,३३४; नाया. ८७; उत्त. १४२;
सागर [सागर] सागरोपम, सारनी ७५भावामो अनुओ. २३८;
કાળ सागणिय [साग्निक शिसहित
देविं. १७८,२३७: आया.७८,४९२: निसी. १०६१: सागरंगम [सागरङ्गम] समुद्रने भगती नही सागपत्त [शाकपत्र सामनामना वृक्षना ५ist उत्त. ३५५: पण्हा.७;
उत्त. १४००; सागरंत सागरान्त] समुद्रनो छो सागय स्वागत मापार आवो ते
उत्त. ५९४,५०९: भग. ११२:
सागरकंत सागरकान्त मे विविमान सागर [सागर] समुद्र, हरियो, मे यथार्थ, || सम. १; કાળ-વિશેષ, એક મત્સ્ય, એક સ્વપ્ન सागरकूड [सागरकूट] मे डूट आया. ५०३,५०५;
जंबू. १६५; सूय. ३५९.६५६,६७०ः
सागरग [सागरक समुद्र संधि टा. ३९५,८५६,९६१;
नाया. १६२
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