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________________ ૩૨૦ आगमसद्दकोसो जंबू, ५६,१२२.२२७,२२९,२४३: वव. १४४; सन्निसीय [सं + नि + षद् बेस जंबू. ६०; सन्निसीयत्ता [सन्निषद्या बेसबुत जंबू. ६०ः सन्निसेजा [सन्निषद्या भासन विशेष सूय. २६२; उत्त. ५१४: सन्निह [सन्निभातुल्य, समान नाया. १२; पण्हा. १६; सन्निहय [सन्निभक] तुल्य५j . देविं. ७१: सन्निहाण (सन्निधान आधार आया. २२२; सूय. २८५; सन्निहाणत्थ सन्निधानार्थीमाधार भाटे ठा. ७१६; अनुओ. २०६; सन्निहि [सन्निधिसंग्रह, संयय आया. ६८,८८,३४४,३४६; सूय. ३७६,६४७,६६५ः भग. २००; पण्हा. ४५ गच्छा. ७२; निसी. ५७८; दस. १९,२४,२.२४३,३७४; उत्त. १७६.६४४; सन्निहिओ सन्निधितस] संग्राउने साथिने दस. ५००: सन्निहिय [सन्निहित] ननु टा. ९८; भग.५५२,६२५,६२६; नाया. ८६; • अंत. २७: उव. २: पन्न. २२१,२२३: सन्निही [सन्निधि संग्रह, संयय जीय. ३४ सन्नी [संज्ञिन] हुमो ‘सण्णि' तंदु. २४: सपंचरातीय [सपञ्चरात्रिक] पायरात्रिसहित निसी. १४१५: सपंचराय [सपञ्चरात्र] पाय रात्रिसहित सम. ६२; निसी. १४१६; सपंचवीसराय [सपञ्चविंशतिरात्र] पस्यो। रात्रि સહિત सम. ६२; सपक्ख [सपक्ष] ५७, ds सम. १०९ दसा. ४; सपक्ख स्वपक्षापोतानो पक्ष निर. ७,१८: जीय. ८७; पिंड. ९४: सपक्खदिट्टि [स्वपक्षदृष्टि] पोताना पक्षमुंशन नंदी. १३५; सपक्खि स्वपक्षिन्] पोताना पक्ष निर. १०: सपक्खि [सपक्षम्] बेवस्तु सामसभे रहे त्यारे બંનેના પડખાબરાબર સમકક્ષ આવે તે टा. १५६,३५०ः भग. १६१,१६३,१६५,१९४,५४६; अंत. १३; सपक्खिं सपक्षम्] मो ७५२' अंत. १३: पन्न. २२८,२३२,४४१; सपचवाय [सप्रत्यवाय] व्याधिसहित, विप्र सहित निसी. ६६२: ओह. ६१; सपञ्चवायहड [सप्रत्यवायाहड] व्याधिवडेराये जीय. ३५: सपञ्जवसित [सपर्यवसित] विनाशवाणु, छे। સક્તિ आया. २१२; टा. ७०; जीवा. ३७०,३७१,३७५,३७६,३८३, ३९०,३९३: पन्न. ४७४.४७५.४७७ थी ४८४,४८७. ४८८,४९२.४९४: उत्त. १४७३.१४७६,१५५१,१५६५. १५७६,१५८५,१५९५.१६०४,१६१४, १६२३.१६३८.१६४७.१६५३,१६८५: नंदी. १३०,१३६,१५७; सपनवसिय [सपर्यवसितासी 6५२' भग.२८२,२८३,३९६,४१४,४१५,४२४. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016027
Book TitleAgamsaddakoso Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgamdip Prakashan
Publication Year2001
Total Pages530
LanguagePrakrit, Sanskrit, Gujarati
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size25 MB
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