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(सुत्तंकसहिओ)
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विस्सुत विश्रुत प्रसिद्ध, विण्यात
विहगगइनाम [विहगतिनामन्] नामभनी । जंबू. ७३;
પ્રકૃત્તિ-વિહાયોગતિ विस्सुय विश्रुत हुमो 6५२'
सम. ११८: नाया. १७४: पहा. १९; विहगगतिपव्वजा [विहगगतिप्रव्रज्यारिद्रताथी जंबू. ७६.८१.९५,१०५; संथा. ७३: લીધેલી દીક્ષા उत्त. ६१५,७११.८५१;
ठा. ३८२: विस्सुयकित्तिय [विश्रुतकीर्तिक] नीति विहड [वि + घट्] नियुक्त यां, साथ વિસ્તાર પામી છે તે
महानि. ६७८; उव. २
विहण [वि + हन्] Big, नाशखो विस्सेणि विश्रेणि विपरीत श्रेलि।
आया. १२५: पण्हा. ८; आया. १९९:
भत्त. १०१: . विह [विह] माश
विहण्णु [विधज्ञा मेहने एनार आया. २२८,३२८,४५१,४६४,४८५. |
विवा. २४,२९ः ४८८,५०५: निसी. ७६२,१०८३:
विहत्तु (विहत्य] ३४ीने,
नारीने विह [विधा मेह, २, आश, मन
सूय. ३२० भग. ७८२; पण्हा. ११:
विहत्थि [विहस्ति पार गगनुंभा५ विहंग विभङ्ग]ो विभङ्ग, विमul, 51
सूय. ३२१: भग. ३०७: पण्हा. १६;
जीवा. २२०: नंदी. ७५; विहंग विहङ्ग] पक्षी
अनुओ. २५७,२६३,२७०ः पण्हा . ७: विहंगनाणी विभङ्गज्ञानी विपरीत सवपिशानी,
विहत्थिय [विहस्तिता ठुमो ७५२' ત્રણમાંના એક ભેદ અજ્ઞાની
तंदु. १०२ महानि. ४८७:
विहन्न [वि + हन्तु मा 'विहण' विहंगम [विहङ्गम] शमनार, पक्षी
उत्त. ५०,७१,२७९: सूय. २३६: दस. ३;
विहप्फइ [वृहस्पति गुरनामा यह विहंगया [विहङ्गिका] पक्षी
जंबू. २७८: राय. ६९:
विहम्म [वि + हन् हुमो विहण' विहग [विहग] पक्षी
दस. ५०६: आया. ५२०: सूय. ६७०;
विहम्मणा [विधर्मना] अर्थना, निंह भग. ३९१,५१८: .
पण्हा. १६: नाया. १५.२७.३३.६५,८६;
विहम्ममाण [विघ्नत्] तो, भारतो पण्हा. १९,४५: उव. ५.१०:
उत्त. १०६१: राय. १४.१५.२७.८४:
विहम्मेमाण [विघ्नत् ठुमो ७५२' जीवा. १६५.१६७.१६८,१७२.१८५: विवा. ७,१९: जंबू. १४.४४.४६.१२९,२२७:
विहर [विहरत्] विस्त उत्त.७७२
उत्त. ९२
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