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(सुतंकसहिओ)
नायसंडवन [ज्ञातपण्डवन] '७५२'
दसा. ५३
नायाधम्मका [ज्ञाताधर्मकथा] खेड (अंग)
આગમસૂત્ર
सूय. ६४३:
भग. ८००;
उवा. २:
अनुत्त. १३:
नंदी. १३४, १३८, १४४;
अ. नंदी. १;
सम. २१५, २२२:
नाया. ७,५५, २४१; अंत. ६१;
जो. नंदी. १: [ज्ञाताधर्मकथाधर]
नायाधम्मक हाधर
‘નાયાધમ્મ કહા’ - આગમના જાણકાર
उव. २१:
नारग [ नारक] 1125, न25 संबंधि
अनुओ. १६१;
सूय. ३०५,३१३:
पन्न. ४००,५४६, ५४८:
नारय [नारक] खो 'उपर '
भत्त. १०५;
नारय [नारद] २६ऋषि, गंधर्व सैन्यनो अधिपति
सम. ३५७; उव. ४६; नाराय [नाराच] छ प्रारना संघयामानुं त्रीभुं
સંઘયણ, બાણ
सम. ३६३: जीवा. ४६, १०५; जंबू. ५५,६८,
ठा. ८३८:
पण्हा. ८;
पन्न. ५४०:
उत्त. २५०:
तंदु. ६५; नारायग्ग [ नाराचाग्र] जाएगनो अग्र भाग
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जीवा. ९८;
नारायण [नारायण] भाग वासुदेवनुं खपर नाम
सम. ३२८:
नारि [नारी] नारी, स्त्री
उव. ३२:
तंदु. ६१: नारिकंतप्पवायद्दह [ नारीकान्तप्रपातद्रह ] खेडद्र
ठा. ८८:
नारिकंता [ नारीकान्ता] खेड महानही
ठा. ८८,५७३,६४५,८६६ : सम. ३१:
जीवा. १७९:
राय. ४२; जंबू. २०६, २४९;
नारिनई [ नारीनदी] नारी ३५ नही
भत्त. १२९:
नारी [नारी] नारी, स्त्री
सूय. २४०, २४१,२६६:
ठा. ६१६: विवा. १२,१९,२९; जीवा. १६४: तंदु. ५२;
पण्हा. १६,४३,४५: राय. ३१; जंबू. ४३,१२१:
दसा. १०१;
दस. १४,४०३, ४०५, ४३८, ४४०;
अनुओ. १७५:
नारीकंता [ नारीकान्ता] खेड महानही
जंबू. १३५,२०९,
नाकूड [ नारीकूट ] डूट
जंबू. २०७
नाल [नाल] भजड, धनो उपरनो भाग, नालપાણી જવાનો રસ્તો ગર્ભનું આવરણ
जीवा. १८७ : पिंड. ५१९;
जंबू. १२८; नंदी. ७:
नालंदइज [नालन्दीय] 'सूयगड' सूत्रनुं खे
અધ્યયન
૪૫
सूय. ७९३ :
सम. ५३:
नालंदा [नालन्दा] २४गृहीनो खेड विस्तार
सूय. ७९४.७९५ः
नालत्त [नालत्व] 'नाल' पशु
भग. ४९८ :
नालबद्ध [नालबद्ध] नासजद्ध-पुष्प विशेष ठेवा डे-भोगरी, भई, दुई जीवा. १३२; नालिएर [नालिकेर] नाजिखेरी, नाजिखेर
पन्न. १२२:
नाया. ११२;
जीवा. २४ : नालिएरपानग (नालिकेरपानग] नाणिखेरनुं पाएगी
आया. ३७७;
नालिएरमत्थय [नालिकेरमस्तक ] नाणिखेरनी ચોટલી–ઉપરનો ભાગ
आया. ३८२:
नालिएरी [नालिकेरी] नाणिखेरी
पन्न. ७२.७८ :
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