________________
३८०
बिटिआ [बिण्टिका ] पोटली
ओह. २९५;
बिंत [बू] जोस, वु
भत्त. ५,७;
वीर. २९:
बिंदिय [ द्वीन्द्रिय] जेधन्द्रिय-रस भने स्पर्श
उब. ५५;
बिंदु [बिन्दु ] [जिंहु, टींधु, अस्थ, अंश, अनुस्वार
भग. १८१,२५४, ६७२, ७५३, ८४६;
नाया. ३२;
उव. १४;
पन्न. १८२,४२३,५११:
जंबू. ८१,३१७;
उत्त. २९२,१०७७;
faigent [fargent] '[d§'sı
अनुओ. २५१; बिंदुग [ बिन्दुक] टीj, छांटो
नाया. १५९;
बिंदुप्पमाण [ बिन्दुप्रमाण] जिंहु मात्र
निसी. ७३३; बिंदुपमाणमेत्त [ बिन्दुप्रमाणमात्र ] मात्र जिंहु
પ્રમાણ
बुह. १९१;
faigu (fargan] [Gig, dy
दस. ५०६;
नंदी. १२०,
नाया. १५८;
अनुओ. २४९; बिंब [[बिम्ब ] प्रतिजिंज, पडछायो, जिज्खु, स्त्री પુરુષના આકાર તથા અવયવ શૂન્ય બાળક
ठा. ४११;
पन्न. २०५;
बिबत्ता [बिम्बता] [जिंजय
नाया. १७२;
तंदु. ३२, ३४;
ठा. ४०९;
बिंबफल [बिम्बफल ] शाइनी खेड भत
उव. १०,२२;
पन्न. २०५;
Jain Education International
पण्हा. १९;
जीवा. १८५; जंबू. ७३; बिंबभूत [बिम्बभूत ] पाएगी मां पडता यंद्रना प्रति
બિંબ જેવું, અર્થશૂન્ય सूय. ५६४;
बिंभल [विह्वल ] खडुण- व्याडुन
ओह. ७३;
बिंहणिज [बृंहणीय] धातुने पुष्ट हरनार लोन
મર્દન વગેરે
ठा. ५८४;
जीवा. १८५, २९२,२९३;
जंबू. ३५; बिगुण [द्विगुण]
ठा. २२६;
बिट्ठ [ विष्ट ] जेसुं
शु
जंबू. २२:
बिक्खू द्विचक्षुष] क्षु धन्द्रिय अने अवधिज्ञान એમ બે ચક્ષુ ધરાવનાર (દેવતા)
ओह. ४७०, ६७१;
बिड [बिड] वागभी
दस. २४२;
fasta [बिडाल ] जिलाओ
आगमस
नाया. ९१,१३४;
बिब्बोयण [ दे.] जोशी
नाया. १४४;
पन्न. १६१; जंबू. ३७; बितियादिवस [द्वितीयदिवस ] जीभे विस चंद. ६५
सूर. ६१; बितियाराति/द्वितीयरात्रि ] जीभ रात्रि
चंद. ६८;
सूर. ६४; बिन्ना [बिन्ना ] जेना नामनी खेड नही पिंड. ५०३;
facatu [fasaia] [HHH, HER, તિરસ્કાર, કામવિકાર, સ્ત્રીની શ્રૃંગાર ચેષ્ટા
राय. ३७;
जंबू. १२८;
बिब्बोरोस [.] नाह२४न्य रोस
जीवा. १७६;
For Private & Personal Use Only
भत्त. १०९:
बिब्भल [विह्वल ] खडुण, व्याडुन
पण्हा. १५:
fatmu [fartina] anzula laziu, us2દ્રવ્યકષાયમાં દૃષ્ટાંત
पन्न. ४०;
www.jainelibrary.org