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(सुत्तंकसहिओ)
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परिवंदिजमाम [परिवन्द्यमानवहनतो , स्तुति परिवट्टण परिवर्तन] शरीरमुंद्धर्तन, કરતો
ગુણાકારરૂપે સામગ્રીની વૃદ્ધિ राय.८३;
आया. ६३; परिवंदिय [परिवन्दित] वहन रायेद, स्तुति । परिवटेंत परिवर्तमान आवर्तमान કરાયેલ
निसी. ५.३९८: चंद. २
परिवड (परि + पत्] ५७j परिवच्छिय [परिवस्रितापरिहित, घा२९।
__आउ. ५४:
भत्त. १२७; उव. ३०;
परिवडंत (परिपतत्] 45 ते
भत्त. ६९: परिवज [परि + वर्जय] परि३२ ४२वो, त्याग
परिवडिय [परिपतित] पदो, प्रष्ट કરવો
भग. ५३९ आया. १७२,५४०;
परिवड्ड परि + वृध्] वृद्धि पानी, सूय.७९,४९२,७७७;
आया. ५१० सम. १४० आउ. २४ दस.७९;
भग.५२१:
नाया.८२ उत्त. १२,५१८,५८९:
अंत. १०ः
विवा. १६; परिवजंत [परिवर्जयत् परि२२तो, छोडतो
देविं. १४४ महाप. ६९.७१; दस. १०१; परिवड्डमाण [परिवर्धमान] वृद्धि पामतुं, धतुं परिवजण परिवर्जन] परित्याग
भग. ४४५,५१५; नाया. १४५; उत्त. १२१४;
पन्न.३९३: परिवजय [परिवर्जक] त्या ४२नार, छोउ।२ जंबू. १२९,१३५,१४१,१७०
पुष्फि .५; पण्हा. ३५
दस. ३४९; परिवजयंत (परिवर्जयत्] त्यासरतो, छोऽतो
परिवड्डय [परिवर्द्धक वृद्धि नार
नाया. ३७ सूय. ५७८,६४४; उत्त.७८५;
| परिवढि परिवृद्धिा वृद्धि, वधारो परिवजित्तु [परिवयं] परिसरशने, छोडने
जंबू. ५०.५३; उत्त. ९४५
परिवड्डेमाण [परिवर्धमान] वृद्धि पामतुं, धतु परिवज्जिय परिवर्जित/परि।२४२८1, त्यारे
नाया. १४१: जंबू. ५०.५३: भग. १७२,३६०
परिवत्त [परि + वृत्] म25, ३२, स्वाध्याय नाया. ७१,८७,९१,१६०,१७६,१७७, २२०: કરવો, પર્યાલોચન કરવું, ઉલટું મર્દન કરવું उवा. २१.२३,२४,३०,३३,३५,४७.५४ः सूय. ११२: उत्त. १३५८: अंत. १३:
पण्हा. ७,१२,१६: परिवत्त परिवर्ती भावत, मभरी जीवा. १८५: पुष्फ. ३:
उव. १२:
विवा. ९: परिवर्जिया [परिवयी परि३२ रीने, छोडीने परिवत्तयंत [परिवर्तयत्] भ25 ते, पालोयन आया. २७७;
કરવું તે, ઉલટું મર્દન કરવું તે परिवज्जियाण [परिवयी हुमो ७५२'
सूय. ३१४: आया. २८३:
परिवत्तेयव्य [परिवर्तितव्य] 4284। योग्य, परिवट्ट (परि + वर्तय] ४ो परियट्ट'
પર્યાલોચના યોગ્ય, અપમર્દન યોગ્ય नाया २०९: निसी. ५,३९८; भग. २७:
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