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आगमसद्दकोसो
पहा .
७;
भग. १६३,६५१; वव. ४०; | जीवा. ४६; दस. ३३३;
कीव [कीव] पक्षी विशेष, भंह संहनन, कील (कील) जाली, Mia
नपुंस, असमर्थ, निःसत्व वीर. १३ दस १४२;
महाप. ९३; कील (क्रीड्] शुभो ‘कीड'
कीव [क्लीब] नपुंस भग. ५८६; राय. ३२;
सूय. १८१,१९३; ठा. २१६; जीवा. १४३, जंबू. ६,१२७; भग. ४६४;
नाया. ३३,१७०; उत्त. ५६२,६३०,
अंत. १३; . बुह. ११४,११५; कीलंत [क्रीडत] २मतो
उत्त. ६५४; जंबू. १२१;
कीस [कीस्व] 3g कीलग [कीलक] पालो
भग. १२; राय. १५,
जीवा. १६४; कीस [क्लिश] शुभी 'कलेस' जंबू. २२८;
उत्त, ६२९; कीलण [क्रीडन] २माउधू
कीस [कस्मात्] यांची उव. २४; पन्न. २१७;
पण्हा. ११; कीलमाण [क्रीडत्] २मतो
कीसत्त [कीहशता] वो प्रार नाया. १४८,१६२, अंत. १३;
पन्न. ५५२,५५४,५५५,५८२; विवा. ३३;
कु [कु] मुत्सित, ५२राण, दुमार, थोडं कीलय [कीलक] पालो
सूय. ६६७;
विवा. ३०,३३; विवा. २९, संथा. ८६; कु [क] ४२j कीलावण [क्रीडन] २मा3g
गणि. २७; नाया. ४६,२०८ निर. १७;
कुइय [कुजित] स्त्रीमोनुकून कीलावणग [क्रीडनक] २माउते
उत्त. ५१६,५२६,५३३, नाया. ५९,६०,६१;
कुओ [कुतस्] यांधी कीलावणय क्रीडनक) २माते
सूय. १४,२००,७५४,७६८; नाया. ६०,६१,
कुंकण [दे.] यार न्द्रियवाणो मे q कीलावणधाई [क्रीडनधात्री] 8131 ४२शवनार
उत्त. १६१० ધાવમાતા
कुंकुम [कुङ्कुम] दु, १२ नाया. २५;
नाया. १५,१८,३७; उवा. ८; कीलिय [क्रीडित] 8131 रेल
पण्हा, ४५
उव. ४८,५०; नाया. . १२५; पण्हा. ४३;
राय. १५,
जीवा. १६४; तंदु. ६५; उत्त. ५१७ जंबू. ७३;
अनुओ. २५३; कीलियय (क्रीडितक] 81.31 ४२८ कुंकुमपुड [कुङ्कुमपुट] जुनी ५ो नाया. ५५,६७,७६;
जंबू. १४१; कीलिया [कीलिका ७ संघयमांनु पांडं कुंच [क्रौञ्च] अय पक्षी સંધયણ
पण्हा. १९;
उत्त. ४७७;
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