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अवंती ]
अवंती. स्त्री० ( अवन्ती ) मालव देश की राजधानी, जो आजकल राजपुताना में 'उज्जैन' नाम से प्रसिद्ध है. Ujjain, the capital of Malva. महा० सुपा० ३६६; श्रावम० वंदिम. त्रि० (श्रवन्ध ) वन्दन करने को अयोग्य; प्रणाम करने को अयोग्य Unfit to be saluted. दस० चू० १; अवकय, त्रि० (अपकृत) (१) जिसका अपकार किया गया हो वह. Harmed; Injured. उ० (२) अपकार; अहित. Hurt; Offence. सुपा० ६४१ ;
अवकारि. त्रि० (अपकारिन्) अहित करने वाला,
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Injuring; Harmful, पउम० ६, ८; अवकिरणगय पुं० ( अपकीर्णक ) करकण्डू नामक एक जैन महर्षि का पूर्व नाम. Name of a previons name of a Jain sage. महा०
किदि. स्त्री० ( अपकृति ) अपकार; अहित. Hurt; Injury; Disservice. प्राकृ० १२;
अवकीरण न० ( श्रवकरण ) छोड़ना; त्याग; उत्सर्ग. Abandoning; श्रात० ५; अवकूजिय. न ० ( अवकूजित ) हाथ को ऊंचा नीचा करना. Making hands down and up. निसी० चू० १७;
वकेसि पु० (वकेशिन्) फल-वन्ध्य वनस्पति. An unfruitful tree. उर०२, ८ श्रवत. पुं० (श्रवक्रान्त ) नरक स्थान विशेष; प्रथम नरक भूमिका ग्यारहवां नरकेन्द्रक. Name of a hell-abode. देवेन्द्र ० ५; श्रवक्कय. पुं० ( श्रवक्रय ) भाड़ा किराया.
C
Wages; Hire; Rent. बृह० १; अवक्खंद पुं० ( अवस्कन्द ) (१) शिबिर; छावनी सैन्य का पड़ाव A camp. (२) नगर का रिपु सैन्य द्वारा वेष्टन; घेरा. Attack: Assault. हे० २, ४; स० ४१२;
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[ अवछंद
ears. स्त्री० ( अपगति ) (१) खराब स्थान. A bad place. (२) गोपनीय स्थान. A concealable place. सुपा० ३४५; अवगमण.न० (अवगमन) (१) ज्ञान. Knowledge; Understanding. (२) निर्णय; निश्चय, Determination. विशे० १८६ ४०१; श्रवगमिश्र अवगय. त्रि० ( अवगत ) (१) ज्ञात; विदित Knowledge; Percep tion, सुपा०२१८; (२) निश्चित अवधारित. Determination. स० १४०; अवगार, पुं० (अपकार) अपकार; अहितकरण. Harm; Injury. सुर०२, ४३; अवगारय. त्रि० ( अपकारक ) अपकार-कारक.
Injuring; Harmful स० ६६०; अवगास. पुं० (अवकाश) फुरसत Leisure; Interval महा०
For Private
अवगीय. त्रि० (अवगीत) निन्दित. Abused; Censured. उप० पृ० १८१
वगुंठिय. त्रि० ( अवगुण्ठित) आच्छादित. Covered; Concealed. महा० अवगुण. पुं० ( अवगुण ) दुर्गुण; दोष. A fault; A demerit. हे० ४, ३६५; अवगूहण, न० (अवगूहन ) आलिंगन Embracing. सुर० १४, २२०; पउम०७४, २४; अवग्ग. त्रि० (अव्यक्त) (१) अस्पष्ट. Indistinct; Inarticulate. (२) पुं० श्रगीतार्थ; शास्त्रानभिज्ञ साधु. A saint, not versed in scriptures. उप० ८७४; अवचय. पुं० ( अवचय) इकट्ठा करना.
Gathering; Collecting. कुमा० श्रवचिय. त्रि० ( अवचित ) इकट्ठा किया हुआ.
Gathered; Collected. पाश्र० श्रवछंद. त्रि० (अपछन्दस्क) छन्द के लक्षण से रहित छन्दो - दोष दुष्ट, Devoid of the laws of metre. पिंग०
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