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जीवितपूर्व
जीवितपूर्व - २.३३४ ब ।
जीवितावधिक प्रत्याख्यान - ३.१३३ अ । जुगुप्सा- २.३४४ अ, कषाय २.३५ ब, २.६२६ व रागद्वेष ( कषाय ) ४.४४२ अ, हिंसा ४.५३३ ब । जुगुप्सा कर्मप्रकृति प्ररूपणा प्रकृति ३.०० ३.३४४, स्थिति ४.४६१, स्थितिसत्त्व ४.३०८, स्थिति स्थान अल्पबहुत्व १.१६५ ब अनुभाग १.९४ ब प्रदेश ३.१३६ । बन्ध ३.६७, बन्धस्थान ३.१०६, उदय १. ३७५, उदयस्थान १.३८६ ब, उदीरणा १.४११ अ, उदीरणास्थान १.४१२, सत्त्व ४.२७८, सत्त्वस्थान ४.२६, त्रिसंयोगी भंग १.४०१ ब । संक्रमण
४.८५ अ, अल्पबहुत्व ११६८ । जुगुप्सा वेदनीय -- ३.३४४ ब ।
जूं - २.३४४ अ, क्षेत्रप्रमाण २.२१५ अ । जंतु गिवेव - २.३४४ अ । भोजवंश १.३१० अ ।
जैन - २.३४४ अ, चन्द्रगुप्त १.३१० ब ।
जनतर्क - २.३४४ ब, इतिहास १.३४७ ब । जनतकं वार्तिक - २.३४४ ब इतिहास १.३४३ अ । जैनदर्शन – २.३४४ ब, एकान्त १.४६५ अ । जनशतक - २.३४४ ब, इतिहास १.३४७ ब । बेनभावक ब्राह्मण ३. १६५ ब । जैमसंगीति - अर्हद्वली १.१३८ ब ।
जैनसंघ - इतिहास १.३१८ अ, कल्की २.३१ ब । जैनाभासी संघ - १.३१६ अ, एकान्त १.४६५ । जेनाभिमत भूगोल - निर्देश ३.४३१ अ । जैनेंद्र व्याकरण -- इतिहास १.३४० ब । जैबलि प्रवाहण - कुरुवंश १.३१० ब । जैमिनी - २.३४५ अ, अज्ञान मिथ्यात्व १.३७ अ, अज्ञानवादी १.३८ ब, एकान्त १.४६५ ब, परवाद ३.२३ अ मीमांसक १.४६५ ब, ३.३११ अ, वेदान्त ३.५१५
ब ।
जॉक-श्रोता १.४२५ ब, ४.७४ ब ।
निर्विचिकित्सा
२.३९ अ, सूतक
जोगपरिवती २.१५४।
जोगाविभाग पडिच्छेवा - ३.३८३ ब ।
जोड़ — २.३४५ अ ।
जोगीपा इतिहास १.३४० अ जोधराज गोवी २.३४५ इतिहास १.३३४ अ १.३४६ ब ।
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εξ
ज्ञान (प्ररूपणा)
जोनशाह - २.३४५ अ ।
ज्ञ - २.२५५ अ, जीव २.२३३ अ ।
ज्ञप्तिक्रिया - अध्यवसान १.५२ ब कर्ता-कर्म २.१८ ब
चेतना २.२६९ अ ।
ज्ञप्ति परिवर्तन कर्म २.२६ अ ।
ज्ञात - २.२५५ ।
ज्ञाता - अकर्ता २.२६६ अ । ज्ञातकथांग २.२५५ अ । ज्ञातृतत्त्व - ३.३३६ ब । जातधर्मका ४.६८ ।
ज्ञान - २.२५५ अ, अधिगमज १.५१ ब अनुभव १.८१८६, अभ्यास १.१३१ ब, आगमज्ञान १.२२८ अ, आत्मा ३.३३७ अ, उपयोग १.४२६ ब - १.४३१ ब उपलब्धि १.४३५ अ, कषाय १.४३२ ब कालावधि का अल्पबहुत्व १.१६१, क्रिया २.६८ अ, क्रिया नय ३. ५४० अ, गति - अगति २.३२२ अ, चारित्र २.२८६ अब, तप २.३६० ब, दर्शन २.४०६ ब धर्म २.४६६ ब, ध्यान २.४६५ ब २.४९६ ब ध्येय २.५०० अ, निश्चय व्यवहार २.२७० ब, निसर्गज १.५१ ब, प्रज्ञा १.८७ अ, प्रज्ञाश्रमण १.४५० ब प्रत्याख्यान ३.१३२ ब, प्रमाण २.२५८ व २.५२६ अ, ३.१४१ ब बुद्धि ३. १८४ ब मिथ्या ( अज्ञान) १.३७ अ, मिथ्यात्व २. २६४ ब, मिश्रज्ञान ३.३०८ अ, मोक्षमार्ग ३.३२८ अ-ब, ३.३३३ ब, ३.३३७ अ, ३.३३८ ब, योग १.४३२ ब, राग ३.३६५ अ, विशुद्धि ३.५७० अ, शुद्धाशुद्ध उपयोग १.४३२ अ १.४३४ श्रुतकेवली ४. ५५ ब श्रुतज्ञान १.२२६ ब ४.५६ ब, सम्यग्ज्ञान २.२६२ अ, २,२६५ ब, सम्यग्दर्शन ४.३५३ ब, सम्यग्दृष्टि ४.३७५ व ४.३७६ ब । सविकल्प ३.५३७ ब, सविशेष १.२१६ अ साकार १.२१६ अ, सिद्धों का अल्पबहुत्व १.१५४, सुख ४.४३२ अ, स्वसंवेदन १.८१-८७ अ ।
ज्ञान (प्ररूपणा ) -बन्ध ३.१०५, बन्धस्थान ३.११३, उदय १.३८३, उदयस्थान १.३६३, उदीरणा १.४११ अ सत्त्व ४.२८३, ४.२८६, सत्त्वस्थान ४.३००, ४.३०५, त्रिसंयोगी भंग १.४०७ । सत् ४.२३३, संख्या ४.१०५, भागाभाग ४.११३, क्षेत्र २.२०४, स्पर्शन ४.४८८, काल २.११३, अन्तर १.१५, भाव ३.२२१, अल्पबहुत्व १.१५० | पंचशरीरस्वामित्व-निर्देश ४.७, १.१५६ षट्कर्म स्वामित्व ४.२६६ ।
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