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१०२
इसिभासियाई मे माम् 4.9.27 गा.16, 28 गा.16, 29 | मोक्खनिव्वत्तिपाओग्गं मोक्षनिवृत्तिप्रायोग्यम्
गा.17, 30; 10.21.22, 23, 25; 38.87.22 गा.24
1327.7 गा.1; 34.75.7, 13, 18 | मोक्खमग्गस्स मोक्षमार्गस्य 11.25.12 मेइणि मेदिनीम् 28.63.2 गा.18 | गा.5 मेइणितलं मेदिनीतलम् 10.23.6 -मोक्खाय -मोक्षाय (देखो, कम्मसंताणमेढी मेथि: 26.57.24 गा.13
मोक्खाय) मेतिणीतलं मेदिनीतलम् 45.99.8 गा.31 | मोक्खे मोक्षे 29.65.12 गा.18 मेतेज्जेण- मैतार्येण 13.27.2 -मोग्गर- -मुद्गर-(देखो, बन्धमोग्गरमाले) -मेत्त--मात्र-(देखो, पंचमहब्भूतखन्धमेत्ता-|-मोडणाई -मोटनानि (देखो, भिधाणाई, पुंखमेत्तावसे सा, नियल...मोडणाई) समुदयमेत्तपन्नवणाए, समुदयमेत्ता- | मोणं मौनम् 35.79.14 गा.15 भिधाणाई, सुत्तमेत्तगति, सुत्तमेत्तगती) | मोतेति मोचयति 11.25.7 गा.2 -मेत्तं -मात्रम् (देखो, जुगमेत्तं, णिमित्तमेत्त) | मोत्तुं मुक्त्वा 41.91.20, 21 गा.8, 23 -मेत्तसंबद्धा -मात्रसम्बद्धाः (देखो, गा.9 __ आहारमेत्तसंबद्धा)
मोदेज्जा मोदयेत् 38.85.31 गा.13 मेधा मेधा 36.81.18 गा.7: 45.99.13| मायण मोचनम् 17.35.13 गा.6 गा.34
-मोयणट्ठताए -मोचनार्थाय (देखो, मेधावी मेधावी 9.19.14 गा.18
_ विमोयणट्ठताए)
मोयणिज्जातो मोचनीयात 11.25.7 गा.2 मेरु मेरुम् 33.73.15 गा.15
|-मोयणी -मोचनी (देखो, दुक्खमोयणी) -मेरुसारे -मेरुसारः (देखो, गंभीरमेरुसारे)
-मोह- -मोह- (देखो, दप्पमोहबलुद्धरो, मेहं मेघम् 24.47.19 गा.5
। दप्पमोहमलुद्धरो) मेहावी मेधावी 28.63.8 गा.21
मोहं मोहम् 36.81.7 गा.1 मेहुणं मैथुनम् 5.11.19 गा.3; 26.57.7] -मोहं -मोहम (देखो, नट्ठमोहं,मन्दमोह) गा.5
| मोहक्खए मोहक्षये 34.85.22 गा.9, 23 मेहुणगमणं मैथुनगमनम् 3.7.5 गा.4 मोइज्ज मुञ्चेत् 34.75.22 गा.1 मोहक्खयाय मोहक्षयाय 38.85.19 गा.7 -मोक्ख- -मोक्ष- (देखो, मोहग्गी मोहाग्निः 3.7.17 गा.10 कम्ममोक्खपरिण्णाणं)
मोहघातिणं मोहघातिनम् 17.35.11 गा.5 मोक्खं मोक्षम् 17.35.4 गा.2 मोहदीवणं मोहदीपनम् 38.87.17 गा.22 -मोक्खणं -मोक्षनम् (देखो, विमोक्खणं) | मोहन्तं मुह्यमानम् 24.51.13 गा.33
गा.9
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