SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 210
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सारणी संख्या 3 फास्फोरस आयरन कैलोरीज 8.4 3.4 0.28 0.37 0.26 9.8 334 350 333 346 57.2 80 0.25 2.0 0.36 358 साधारण आहार का पोषणज मूल्य सामग्री का नाम प्रोटीन वसा मिनरल कार्बोहाइड्रेट कैल्सियम शाकाहारी खाद्य (प्रत्येक 100 Gmsमें) मूंग 24.0 1.3 3.6 56.6 0.14 उड़द 24.0 1.4 60.3 0.20 अरहर (तुअर) 22.3 1.7 3.6 0.14 मसूर 25.1 0.7 59.7 0.13 मटर (बटाना) 22.9 1.4 63.5 0.03 काला चना 22.5 5.2 58.9 0.07 सफेद चना 24.6 0.7 55.7 सोयाबीन 43.2 20.9 0.24 तिल 18.3 39.8 2.3 19.3 0.05 मूंगफली 31.5 43.3 25.2 1.44 पनीर 24.1 25.1 6.3 0.79 98.0 स्प्रेटा दूध पाउडर 38.3 0.1 51.0 1.37 0.31 372 0.07 327 5.0 8.9 3.8 11.5 1.6 10.5 19.5 0.49 0.69 0.39 0.57 0.42 432 5.2 49 564 2.1 348 990 357 1.00 1.04 2.1 173 0.8 माँसाहारी (प्रत्येक 100 Gms में) अण्डा 13.3 13.3 मछली 22.6 0.6 बकरे का माँस 18.5 13.3 सुअर का माँस 18.7 4.4 गाय का माँस 22.6 2.6 0.06 0.02 0.15 0.03 0.01 0.22 0.19 0.15 0.2 1.19 2.1 2.5 2.3 0.8 173 194 114 141 1.0 इस बुलेटिन के अनुसार यह प्रमाणित किया जाता है कि अण्डे कैलोरी और प्रोटीन में सबसे कम हैं, इनमें विटामिन 'सी' और 'कार्बोहाइड्रेट' नहीं होता, जो कि दिमागी शक्ति के स्रोत हैं। संक्रमित अण्डे मनुष्य के जठरांत्रशोध और टाइफाईड में नहीं दिए जाते। हाल में भारत के विभिन्न पोल्ट्री फार्म में पोल्ट्री पक्षिओं में सालमोनेला फैला जिसका सूक्ष्म जीव विज्ञानी द्वारा कोई विशेष अध्ययन एवं मूल्यांकन नहीं किया गया। दिसंबर 1990 तक किसी भी भारतीय या विदेशी मेडिकल जर्नल द्वारा कोई भी अध्ययन की रिपोर्ट नहीं दी गई कि संक्रमित अण्डे मनुष्य के जठरांत्रशोध और टाइफाइड में नहीं दिए जाते। बैक्टीरिया जो पोल्ट्री के पक्षियों और अण्डों से अलग किए गए मनुष्यों में बीमारी का कारण नहीं बने, यह एक मूक प्रश्न है। बैक्टीरिया तो विषाक्तता या रोगमूलक गुणन की संख्या और स्पीड पर निर्भर करता है। क्षीण टीकों से ही बीमारी फैलती है। उन्हें बढ़ने से नहीं रोका जा सकता जब तक प्रतिरोध क्षमता न हो। जैसे ही प्रतिरोध क्षमता सक्रिय होती है, सालमोनेला गेलिनेरियम और फुलोरम की तरह कम विषाक्त रोगमूलक जीव सक्रिय होकर लोगों की जान ले लेगी। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.014040
Book TitleWorld Jain Conference 1995 6th Conference
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatish Jain
PublisherAhimsa International
Publication Year1995
Total Pages257
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationSeminar & Articles
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy