SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 208
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अंडे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक/लाभदायक-निर्णय स्वयं करें। डॉ. डी.सी. जैन आम तौर पर यह समझा जाता है कि अंडा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है परन्तु वस्तुतः वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन से ज्ञात होता है कि अंडा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। ____ आइये कुछ तथ्यों पर विचार करके देखें। अण्डा दिल व दिमाग के लिए हानिकारक टेलिविजन पर यह प्रचारित किया जाता है कि अण्डे दिल और दिमाग के लिए ठीक हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ एवं स्नायु रोग विशेषज्ञ जिस आदमी को दिल का दौरा पड़ा हो या पक्षघात हुआ हो तो उसे अण्डा देने की सिफारिश कभी नहीं करते क्योंकि इसके प्रयोग से रक्त की नलियां मोटी हो जाती हैं। पूरे संसार में अधिक कोलेस्ट्रॉल को लिया जाना एथरोसक्लेरोसिस का समय से पूर्व होना मुख्य कारण कहा जाता है। अण्डों में अन्य पशु-आहारों के अनुपात में अधिकतम कालेस्ट्रॉल होता है। वनस्पति-आहार में कोलेस्ट्रॉल न के बराबर होता है। इसलिए अण्डे खाने से एथरोसक्लेरोसिस का खतरा अवश्य बढ़ जाता है। पशु-आहार एवं वनस्पति-आहार में उपस्थित कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सारणी संख्या-1 में दर्शायी गयी है। सारणी संख्या 1 पशु आहार वनस्पति आहार (प्रत्येक १०० ग्राम भाग में कालेस्ट्रॉल अंश मिलीग्राम में)| (प्रत्येक १०० ग्राम भाग में कालेस्ट्रॉल अंश मिलीग्राम में) अण्डे गुर्दा 550 375 300 250 सभी अनाज सभी सब्जियाँ सभी गिरीदार फल सभी बीज सभी फल सभी फलियां | सब्जियों में से | निकाले गए सभी तेल 120 जिगर मक्खन क्रीम चीज लार्ड बीफ स्टीक भेड़ का मांस सुअर का मांस मुर्गे का मांस 95 700 इस अध्ययन से यह स्पष्ट है कि अण्डों का लंबे समय तक सेवन यहां तक कि सामान्य व्यक्ति के रक्त में भी कोलेस्ट्रॉल के अंश की सीमा बढ़ा देता है। अतः जिन लोगों के रक्त में निरन्तर कोलेस्ट्रॉल का स्तर उच्च होगा, उन लोगों को अण्डे और अन्य पशु-आहार नहीं खाने चाहिए। यदि किसी व्यक्ति को इस समय सामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.014040
Book TitleWorld Jain Conference 1995 6th Conference
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatish Jain
PublisherAhimsa International
Publication Year1995
Total Pages257
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationSeminar & Articles
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy