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________________ ६०६] गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती अभिवन्दन ग्रन्थ म सरगुर (कर्नाटक) में ज्ञानज्योति स्वागत सभा को संबोधित करते हुए हुम्मच मठ' के भट्टारक स्वस्ति श्री देवेन्द्र कीर्ति स्वामी जी। आचार्य श्री पायसागर महाराज की जन्मभूमि गोकाक में कोल्हापुर जैनमठ के भट्टारक श्री लक्ष्मीसेन महाराज एवं नरसिंहराजपुर के भट्टारक जी HotSHOOC e leased आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की जन्मभूमि सदलगा में उनके घर के सामनेसे ज्ञानज्योति रथ का निकलता हुआ जुलूस। T ANSE आचार्य श्री विद्यानंद महाराज का जन्मनगरी शेडवाल में उन्हीं के घर के सामने उनकी माता सरस्वती जी ज्ञानज्योति का स्वागत करने के लिए तत्पर है, साथ में हैं उनके परिवारीजन। जम्बूद्वीपज्ञान ज्योति स्वागत समारोह +- PRIOR - हैदराबाद में आंधप्रदेश के शिक्षामंत्री श्री ज्ञानज्योति स्वागत सभा को संबोधित करते हए। श्री मांगीलाल जी पहाड़े एवं तीर्थक्षेत्र कमेटी के महामंत्री श्री जयचंद जी लोहाड़े एवं मोतीचंद जी। सेलम (तमिलनाडु) में ज्ञानज्योति रथ के समक्ष विराजमान गणिनी आर्यिकाश्री निगाजी जीगा। For Personal and Private Use Only Jain Educationa international www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
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