SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 664
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५९८] गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती अभिवन्दन ग्रन्थ । । । । । । । । । । । । । । स्वागत हेतु पधारे विशिष्ट अतिथि - वरलीनाका (बम्बई) - श्रीभाऊराव पाटिल (संसद सदस्य कांग्रेस आई) वरलीनाका (बम्बई) श्री रमणभाई अंकलेश्वरिया (एम.एल.ए.) हीराबाग (बम्बई) श्रीशरद दिगे (महाराष्ट्र विधानसभाध्यक्ष) बारामती (पुणे) श्री व्ही.डी. जगराव (कांग्रेस (स) के अध्यक्ष) फल्टण (सतारा) श्री वानखेड़े (प्रान्तप्रमुख) म्हसवड़ (सतारा) श्री बाबासाहब राज्यमाने महुद्द (सोलापुर) श्री गनपतराव देशमुख (विधानसभाध्यक्ष) पंढरपुर (सोलापुर) श्री बनपालजी प्रशासन डिटी कलेक्टर) पंढरपूर श्री यशवंतभाई पाटील (अध्यक्ष जिला परिषद्) कुडूवाड़ी (सोलापुर) श्री गणपतरावसाठे (विधान सभा सदस्य) करमाला (सोलापुर) श्री भिंगर (तहसीलदार) शिरडी श्री सुशील कुमारजी शिंदे (प्रान्तीय वित्त एवं पर्यटक मंत्री) कोपरगांव श्री रसाल (तहसीलदार) प्रशासक एन.एस. शेख, पी.एस. आय चांदवड (नासिक) श्री विश्वासराव नांदेडकर (सिविल जज) एदलाबाद (जलगांव) श्री किशनलाल संचेती (सदस्य विधान सभा) सावदा (जलगांव) श्री रावविष्णु पाटिल (अध्यक्ष नगर परिषद्) चालीसगांव (जलगांव) श्री डी.डी. चौहान (एम.एल.ए.) कन्नड़ (औरंगाबाद) श्री अब्दुल अजीज अहमद (राज्यमंत्री) गंगापुर (औरंगाबाद) श्री सम्राट डी. लंगावकर (सिविल जज) श्री ए.डी. इंगले (तहसीलदार) सज्जनपुर (औरंगाबाद) श्री रघुलताबाई (तहसीलदार) डोणगांव (जालना) श्री रंगनाथरावजी पाटिल (आमदार), श्री खांडरे साहब (तहसीलदार) उस्मानाबाद जिलाधीश जी कसार (लातुर) श्रीवाधमारे (रिटायर्ड डी.एस.पी.) ननंद (लातुर) श्री डुंगरीकर (कलेक्टर) परभणी श्री रावसाहब (कृषि राज्यमंत्री), श्री रामराव लोलीकर (एम.पी.) जिंतूर (परभणी) श्री गुलाब खालसी (सिविल मजिस्ट्रेट) कुंभोजबाहुबली (कोल्हापुर) श्री बसंत दादा पाटिल (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री) श्री शिवाजीराव देशमुख (गृहराज्यमंत्री) श्री कलप्पाअवाडे (उद्योग राज्यमंत्री) इचलकरंजी - श्री वाविस्कर (इंदिरा कांग्रेस के अध्यक्ष) नोट : यह तो मैंने अतिसंक्षिप्त स्वागत श्रृंखला दर्शाई है। महाराष्ट्र के लगभग प्रत्येक नगरों में सांसद, मजिस्ट्रेट, जज, विधान सभाध्यक्ष, सरपंच, ग्रामप्रमुख आदि ने पधार कर ज्योतिरथ का स्वागत किया है। । । । । । । । । । । । । । । कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु एवं आंध्र प्रान्त में ज्ञानज्योति भ्रमण शंभु छन्दउत्तरभारत तीर्थंकर की जननी कहलाती है जग में। दक्षिण भारत आचार्यों की धरणी मानी जाती सच में॥ . Jain Educationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy