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८ सितम्बर, १९८७ को हस्तिनापुर में ब्र. श्री रवीन्द्र जी को सप्तम प्रतिमा
के व्रत प्रदान करती हुई पूज्य माताजी।
नवम्बर, १९८५ में अस्वस्थ अवस्था में पूज्य माताजी के कर-कमलं
साहित्य प्राप्त करते हुए इनकम-टैक्स कमिश्नर श्री सचदेवा ।
३० अप्रैल, १९७९ को सुदर्शन मेरु जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में जन्म कल्याणक के दिन भगवान के जन्माभिषेक के लिए सुमेरु पर्वत की पांडुक शिला के पास खड़ी हुई पूज्य माताजी के साथ बाएं से हैं-तारापुर एण्ड कम्पनी मद्रास के प्रबंधक निःशुल्क पैड निर्माता, पीछे खड़े हैं ब्र. मोतीचंद जी पुनः अथक परिश्रमी संस्थान के विशिष्ट सहयोगी श्री नरेश बंसल, दिल्ली। माताजी की दाहिनी ओर हैं-ब, रवीन्द्र जी तथा अंत में खड़े हैं श्री मदनलाल चांदवाड़।
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