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7. अहिंसा दर्शनः जीवन का निदर्शन - दिनेश मुनि.... 8. आत्मावलम्बन के लिए जिन बिम्ब श्रेष्ठ आधार हैं - जैन विशारद मुनि जिनेन्द्र विजय 'जलज'....... 9. जिन शासन में जयणा का महत्व - साध्वी मणिप्रभाश्री. 10. गहनों कर्मणों गति - साध्वी तत्त्वलोचनाश्री.. 11. जैनधर्म में अभिव्यक्त हिंसा, अहिंसा - श्रीमती अर्चना प्रचण्डिया.... 12. विश्वधर्म के रूप में जैनधर्म - दर्शन की प्रासंगिकता - राजीव प्रचण्डिया. 13. पार्खापत्य कथानकों के आधार पर भ. पार्श्वनाथ के उपदेश - नन्दलाल जैन .. 14. महावीर की देशना और निहितार्थ - डॉ. सुनीताकुमारी.. 15. जैन दर्शन के अनुसार आचार का स्वरूप - डॉ. वसुन्धरा शुक्ला . 16. विश्व की वर्तमान समस्यायें और जैन सिद्धान्त – डॉ. विनोदकुमार तिवारी... 17. ज्ञान की आराधना कीजिये - किशोरचन्द एम. वर्धन... 18. जैन परम्परा में उपवासों का वैज्ञानिक महत्व - डॉ. स्नेहरानी जैन 19. सम्यगदर्शन के दो रूप - व्यवहार और निश्चय - अशोक मुनि..... 20. ज्ञानवाद और प्रमाण शास्त्र - सुभाष मुनि 'सुमन' 21. पाप और पुण्य - हुकमचंद एल. बाघरेचा
पंचम खण्ड
जैन इतिहास, कला, साहित्य एवं संस्कृति 1. विशिष्ट योग विद्या – स्व. मुनि श्री देवेन्द्रविजयजी म.सा. 2. भारतीय ज्योतिष में जैन मुनियों का योगदान – ज्योतिषाचार्य मुनिजयप्रभविजय 'श्रमण' .. 3. वन्दनीय कौन हैं ? - मुनि पुष्पेन्द्रविजय...... 4. श्री मोहनखेड़ा तीर्थ : संक्षिप्त इतिहास – मुनि पीयूषचन्द्रविजय....... 5. निस्पृह संत का राजनीतिक अवदान – मुनि विमल सागर...... 6. संलेखना : जैन दृष्टि में - साध्वी स्मृति, एम. ए. ......... 7. मांडव में जैन धर्म - डॉ. श्यामसुन्दर निगम, डॉ. प्रकाशचन्द्र जैन 8. दान : रूप और स्वरूप - विद्यावारिधि डॉ. महेन्द्रसागर प्रचण्डिया 9. स्वप्न : एक चिन्तन - डॉ. कालिदास जोशी..... 10. जैन कला के विविध आयाम - प्रोफेसर एस. जी. शुक्ल... 11. उत्तम आहार - शाकाहार - श्रीमती रंजना प्रचंडिया 'सोमेन्द्र' 12. प्राकृत-अपभ्रंश साहित्य में प्रयुक्त संज्ञाओं की व्युत्पत्ति - डॉ. धन्नालाल जैन..... 13. व्यसन् और संस्कार - डॉ. रज्जनकुमार ....
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