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106. मन अभिभूत है - कांतिलाल कोठारी, कोयम्बटूर 107. अधूरे कार्य पूरे हुए – मांगीलाल भबूतमलजी .... 108. सबके लिये द्वार खुले हैं - विमलचंद घेवरचंद मुथा, तणुकु 109. एक अनुपम संत रत्न - महेन्द्रकुमार नरपतराजजी कोठारी, भिवंडी. 110. शुभकामना - ईष्वर भूरमलजी तांतेड़, चेन्नई 111. बहुत बड़ी उपलब्धि - मीठलाला, मदुराई, 112. सच्चे संयमाराधक - रमेषकुमार, मदुराई 113. दक्षिण भारत में धूम मचा दी - सुमेरमल कुहाड़, काकीनाड़ा. 114. मन खिल उठा - झवेरचंद मिश्रीमलजी, निदरवोलु....... 115. सतत साधना चलती है - रिखबचंद सोलंकी, विजयवाडा 116. जीवन क्षणभंगुर है - फूलचंद वेगाजी, गुंटूर. 117. मानव भव सार्थक कर लो - पुष्पराज कोठारी, विषाखापट्टनम 118. कृपा है उनकी – घेवरचंद साकलचंदजी, विषाखापट्टनम 119. बागरा ही नहीं मारवाड़ के गौरव हैं - पारसमल, विजयनगर. 120. साध पूरी हुई - गौतमचंद हस्तीमलजी, तेनाली. 121. प्रभु भक्ति बनी रहे - आचार्य नरदेवसागर सूरि. 122. सुरभित है कण कण – मेघराज जैन, इन्दौर, 123. आत्मबली गुरुदेव - फतेहलाल कोठारी, रतलाम. 124. उनका आषीर्वाद सब पर समान है - नथमल खूमाजी, बागरा, 125. दक्षिण धरा पर धूम मच गई - मांगीलाल भंडारी, हैदराबाद 126. अज्ञानांधकार को दूर करने वाले - सुमेरमल, आहोर 127. अनुपम त्याग – शांतिलाल बजावत, चेन्नई ...... 128. जन्म से नहीं कर्म से महान – पुखराज जोकमलजी वाणीगोता, चेन्नई. 129. जप साधना का अनुपम उदाहरण - ओटमल जेरूपजी, काकीनाड़ा. 130. कसौटी पर खरे - विजयकुमार गादिया, उज्जैन..
पद्य विभाग
131. पद आचार्य हेमेन्द्र – मुनि रूपचंद रजत'...... 132. शुभकामना संदेश - राष्ट्रसंत गणेश मुनि शास्त्री 133.आलोकित हृदय हृदय हो - मुनि ऋषभचन्द्रविजय 'विद्यार्थी'...
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