________________
शिलाओं के लाभार्थी पूजन विधि करते-राजमहेन्द्री
जावरा में मुख्य शिला पर वासक्षेप पू.आ.श्री द्वारा
शिला पर विधि मुद्रा करते आचार्य श्री।
राजमहेन्द्री में मुख्यकुर्मशिला का वासक्षेप पू. गच्छनायक द्वारा राजमहेन्द्री
તો ગર | (દેશથી
ટી
जावरा पाट गादी पर बिराजमान
पू.आ.श्री
Jain Edation International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibraorg