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आचार्यपद के पश्चात प्रसन्नचित्त नूतन आचार्यश्री (अन्धनायक)
सिंहगर्जना
आज से हेमेन्द्रसूरिजी के नाम जाने जायेंगे
श्री विद्याचंद्रसूरिजी के वरद हस्तों से वासक्षेप (सं. १९८४)
चिन्तनमग्गन
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वर्तमानाचार्यदेव श्री हेमेन्द्रसूरिजी म.सा., आचार्यदेव श्रीमद् लब्धिचन्द्रसूरिजी म.सा. एवं समाज का प्रबुद्धवर्ग
गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर में वर्तमानाचार्य श्री हेमेन्द्रसूरिजी म.सा. एवं श्री लक्ष्मणविजयजी म.सा. श्री सयभचंद्रविजयजी म.सा.
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