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आचार्य श्री विजयललितसूरि.
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जय
शिष्य मुनी मुरारान
לחה
श्री विचारविजयजी
आचार्यश्री विजयविद्यासूरिजी महाराज ( वर्त्तमान आचार्य श्री विजयविद्यासूरि ) होशियारपुर (पंजाब) ओसवाल नाहर गोत्र अच्छर मच्छर १९४४ में दोनों भाई जोडे जन्मे और जयपुर में दोनोंने १९६५ में दीक्षा ली. अपने गुरुमहाराज श्रीमद्विजयवल्लभसूरि की आज्ञा से पंजाब में वृद्ध साधु महाराज श्री सुमतिविजयजी की सेवा में विचर रहे हैं ॥
मुनिराज श्री उद्योतविजयजी महाराजना शिष्य -
आचार्य श्रीविजयकस्तूरसूरिजी महाराज
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