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________________ जैन इतिहास, कला और संस्कृति (पृष्ठ १-१८०) Frm . १. सम्पादकीय श्री सुमतप्रसाद जैन २. सस्कृति का स्वरूप : भारतीय संस्कृति और जैन संस्कृति प्रो० विजयेन्द्र स्नातक ३. The Jaina Ins:riptions From Mathura Dr. Umakant P. Shah * Dik palini Matrikas Prof. Arya Ramchandra G. Tiwari ५. भारतीय धार्मिक समन्वय में जैनधर्म का योगदान प्रो० कृष्णदत्त वाजपेयी ६. अमृतचन्द्र और काष्ठा संघ पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री ७. जैन सरस्वती प्रतिमाओं का उद्भव एवं विकास डॉ. ब्रजेन्द्रनाथ शर्मा ८. चतुर्विध संघ-प्रस्तरांकन श्री शैलेन्द्रकुमार रस्तोगी ९. मूलाराधना : ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मूल्यांकन प्रो० राजाराम जैन १०. मौर्य चन्द्रगुप्त विशाखाचार्य श्री चन्द्रकांत बाली ११. जैन साहित्य में आर्थिक ग्राम-संगठन से सम्बद्ध मध्यकालीन डॉ मोहनचंद ___'महत्तर', 'महत्तम' तथा 'कुटुम्बी' १२. तीर्थकर तथा वैष्णव प्रतिमाओं के समान लक्षण डॉ० भगवतीलाल राजपुरोहित १३. मालवा से प्राप्त अच्युता देवी की दुर्लभ प्रतिमाएँ डॉ सुरेन्द्रकुमार आर्य १४. एशियाई श्रमण परम्परा : एक विहङगम दृष्टि प्रो० चन्द्रशेखर प्रसाद १५. जैन धर्म, जैन दर्शन तथा श्रमण संस्कृति डॉ० लक्ष्मीनारायण दुबे १६. भारतीय संस्कृति में श्रमण संस्कृति का योगदान डॉ. रवीन्द्रकुमार जैन १७. जैनधर्म और उसका भारतीय सभ्यता और संस्कृति को योगदान डॉ. चमनलाल जैन १८. जैन परम्परा का सांस्कृतिक मूल्यांकन डॉ० मोरेश्वर पराडकर १६. भगवान महावीर : श्रमण संस्कृति के महान् उत्थापक डॉ० नन्दकिशोर उपाध्याय २०. आन्ध्रप्रदेश में लोक संस्कृति की जैन परम्परा डॉ कर्ण राजशेषगिरि राव २१. Jaina Influence on Tamils Prof. S. Thanyakumar २२. प्राचीन जैन स्थल भद्दिलपुर : ऐतिहासिकता डॉ० के० सी० जैन २३. दिगम्बर तीर्थ गेरसप्पा के जैन मन्दिर और उनकी वर्तमान दुर्दशा श्री अगरचन्द नाहटा २४. जैनधर्म और स्थापत्य का संगम तीर्थ-ओसिया डॉ० सोहनकृष्ण पुरोहित २५. प्रसिद्ध कला तीर्थ : राणकपुर डॉ० चेतनप्रकाश पाटनी २६. जैन सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बुन्देलखण्ड श्री विमलकुमार जैन सोरंया २७. मालवा की परमारकालीन जैन प्रतिमाएँ डॉ० मायार'नी आर्य २८. जैनधर्म में देवियों का स्वरूप डॉ० पुष्पेन्द्रकुमार शर्मा २६. जैन आगमों में नारी डॉ. विजयकुमार शर्मा ३०. दिल्ली का ऐतिहासिक जैन सार्थवाह : नट्टल साहू श्री कुन्दनलाल जैन ३१. जैन मन्दिरों के शासकीय अधिकार श्री लालचन्द जैन, एडवोकेट ३२. जयपुरी कलम का एक सचित्र लेख श्री भंवरलाल नाहटा ३३. मोहन-जो-दड़ो : जैन परम्परा और प्रमाण एलाचार्य मुनिश्री विद्यानन्द जी अनुक्रमणिका ११७ १२३ १२७ १३० १४० १४२ १४६ १५१ १५३ १५६ १७३ १७४ १७६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012045
Book TitleDeshbhushanji Aacharya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorR C Gupta
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year1987
Total Pages1766
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size56 MB
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