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PRAKRI
१६-१७नवबर १९९६, शनिवार-रविवार
मैसूर वर्षावास की मधुर स्मृतियाँ
सम्मेलन में गुरुदेव के साथ
माननीय मुनिवृन्द,
श्री ज्ञानप्रभाजी प्रभति उपस्थित साध्वी एवं समणीवन्द
सारोमामासावीपसा की
मापस्स सनस्सपणासणाए अमान-मोठास मिरजमाए
ಭಾಷೆ
प्राकृत विद्या पीठ मैसूर के उद्घाटक श्रीमान् उदयराजजी दक, हुणसूर.
श्रीयुत उदयराजजी पारसमलजी दक हुणसूर (कर्नाटक)अभिनन्दन स्वीकार करते हुए,
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