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श्री चिंतामणि पार्श्वनाथाय नमः ॥
श्री आत्म वल्लभ समुद्र इन्द्र सद् गुरुभ्यो नमः ॥
श्री विजयानंद सूरि स्वर्गारोहण
शताब्दी ग्रन्थ
प्रेरक :
जैन दिवाकर आचार्य श्रीमद् विजय इन्द्रदिन्न सूरीश्वरजी महाराज
मार्गदर्शक :
कार्यदक्ष आचार्य श्रीमद् विजय जगच्चन्द्र सूरीश्वरजी महाराज
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-: सम्पादक :
मुनि नवीनचन्द्र विजय डॉ. रमणलाल चि. शाह प्रो. श्रीपाल जैन
-: प्रकाशक :
श्री विजयानंद सूरि साहित्य प्रकाशन फाउंडेशन - पावागढ़
ई. सन्. १९९६
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