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श्री आत्मानंद जैन गुरूकुल पंजाब सोसाइटी (गुजरांवाला)
सीनियर मॉडल स्कूल, अम्बाला शहर
ई. सन् १९२६ में गुजरानवाला में श्री आत्मानंद जैन गुरूकल की स्थापना हुई थी। पंजाब केसरी, युगवीर आचार्य श्रीमद् विजय वल्लभ सूरीश्वरजी महाराज की प्रेरणा से स्थापित होने वाला यह प्रथम विद्यालय था । इसकी स्थापना करवाने में उन्हें अत्यधिक पुरुषार्थ करना पड़ा था। जब उनके पुरुषार्थ का फल मिलने लगा जब पढ़कर स्नातक तैयार होने लगे तो भारत का विभाजन हो गया और वर्षों तक किए गए शिक्षा के स्थायी कार्य के भगीरथ पुरुषार्थ पर पानी फिर गया । लाखों और करोड़ों रुपयों की संपत्ति पाकिस्तान में छोड़कर सभी को खाली हाथ भारत में आना पड़ा ।
भारत में आने के बाद भी गुजरानवाला के विद्या प्रेमी श्रावकों को श्रीआत्मानद जैन गुरूकुल की याद बराबर आती रहती थी । चाह कर भी वे अपने रक्त से सिंचित इस विद्या वृक्ष को भूल नहीं पाते थे । परिणामत: उन्होंने गुजरानवाला के इस विद्या मंदिर की पावन स्मृति को चिरस्थायी रखने के लिए अम्बाला में श्री आत्मानंद जैन गुरूकुल पंजाब सोसाइटी (गुजरानवाला) मिडल स्कूल की स्थापना की। इस विस्थापित संस्था को पुनः स्थापित करने का श्रेय श्री अमरचंद जैन एडवोकेट तथा प्रिंसिपल जी.सी. जैन को जाता है । इस संस्था का प्रमुख लक्ष्य था प्राचीन शिक्षा पद्धति के लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए आधुनिक शिक्षा प्रणाली को अपनाना और बालकों का बहुमुखी विकास करना ।
ई. सन् १९५४ मे १७८ बालकों से इस विद्यालय का प्रारंभ हुआ । सन् १९७२ में विद्यालय ने साधारण मिडल स्कूल के नाम से हरियाणा शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त की । सन् १९८३ में श्री आत्मानंद जैन सीनियर मॉडल स्कूल के रूप में हरियाणा शिक्षा विभाग से स्थाई मान्यता प्राप्त की ।
इस तरह यह विद्यालय निरंतर प्रगति पथ पर बढ़ रहा है I
श्री आत्मानंद जैन कन्या सीनियर सैकंडरी स्कूल,
अम्बाला शहर
हरियाणा के सांस्कृतिक नगर अम्बाला में पंजाब देशोद्धारक, न्यायाम्भोनिधि आचार्य श्रीमद् विजयानंद सूरि (आत्मारामजी) के नाम से चलने वाली शिक्षण संस्थाएं एवं सभाएं
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