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सन् १९३७ में लिया गया श्रीकोठियाजी का चित्र, श्रीकोठियाजीके पीछे उनकी ध.प. श्रीमती चमेली बाई खड़ी हुई है। तथा उनके साले श्री कोमल चन्दजी जैन वकील इन्दौर अपने परिवारके साथ हैं और कोठियाजीकी जिठसस (पत्नीकी बड़ी बहन) श्रीमती सिंघेन चम्पाबाई अपने पुत्र चि० सि.
जीवनकुमार सागर भी हैं । डियाजी स्काउटकी ड्रेस में हैं ।
SAPAN
१९६५ में अपने गृह-प्रवेशके समय डॉ० कोठिया सपत्नीक अपने अनन्य सखा
डॉ० नेमीचन्द्र जी और उनकी धर्मपत्नी तथा उनके सूपत्रके साथ
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