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________________ २०१८ 100 Pas क्या ? २७२. प्रतापपूर्ण प्रतिभा के धनी : सद्गुरुदेव २७३. जीवन के सफल कलाकार २७४. सम्यक् ज्ञान पुंज २७५. बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी २७६. शत शत वंदन २७७. मेरा दर्द मिट गया (एक संस्मरण) २७८. सत्यान्वेषी गुरुदेवश्री २७९. अपूर्व थी जप निष्ठा २८०. वे सिद्ध जपयोगी थे २८१. एकता के पक्षधर थे २८२. मेरे दादा गुरुदेव २८३. गुरुदेव का जीवन बड़ा चमत्कारी था २८४. आत्म-विज्ञानी संत थे २८५. पुरुषार्थ के प्रेरक सूत्र २८६. मेरे महागुरु २८७. प्रतिपल जागरूक जीवन २८८. अद्भुत थी प्रवचन कला २८९. श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन २९०. शत शत वन्दन २९१. उपाध्यायश्री पुराने चावल थे २९२. दिव्यदृष्टि के पनी २९३. हे पुष्कर गुण धाम ! ! १. श्री पुष्करमुनिस्तपञ्चरम् (संस्कृत) २. सिरिपुक्खरसई (प्राकृत) ३. श्रद्धा-सुमन (डिंगल ) ४. कोटि-कोटि वन्दन- अभिनन्दन ५. हे उपाध्याय पुष्कर मुनि जी ६. क इत रत्नमिदं (संस्कृत) ७. भाव-सुमन (मुक्तक) ८. गुरु तुमने उपकार किया है ! ९. श्रद्धा सुमन १०. हन्त ! हन्त ! सुरलोक सिधारे ! ११. गुरु उपकारी हैं १२. इक थे जगमग जैन सितारे १३. शत-शत वन्दन है गुरु पुष्कर १४. सन्त वे मशहूर हैं १५. योगिराज श्री पुष्कर गुरु किनका ? श्रीमती पुष्पा जैन शान्ता बहिन मोहनलाल दोशी डॉ. विद्युत जैन सुशीलादेवी जैन कमला जैन 'जीजी' श्रीमती रोशनदेवी वैरागिन अनीता जैन महासती डॉ. मुक्तिप्रभा जी म. महासती डॉ. दिव्यप्रभा जी म. हीरालाल जैन वैरागी विकास जैन कांतिलाल दरड़ा श्री रवीन्द्र मुनि जी श्री प्रकाश मुनि 'निर्भय' पं. श्री नरेश मुनि जी महासती डॉ. धर्मशीला जी म. महासती श्री प्रमोद सुधा जी म. सा. साध्वी रजत रश्मि 'पंजाबी' साध्वी मैना शांतिलाल पोखरणा 'जैन' श्री रमेश भाई शाह कवि अभय कुमार 'योधेय' काव्य-कानन की कलियाँ (पृ. १६३ से २१० तक) आचार्यकल्प श्री शुभचन्द जी म. प्रवर्तक श्री उमेश मुनि 'अणु' प्रवर्तक श्री रूप मुनि 'रजत' श्री सौभाग्य मुनि जी म. 'कुमुद' प्रवर्तक महेन्द्र मुनि 'कमल' रमेश मुनि शास्त्री श्री गणेश मुनि शास्त्री श्री गणेश मुनि शास्त्री पं. श्री उदय मुनि जी उपप्रवर्तक श्री चन्दन मुनि जी 'पंजाबी' श्री हीरा मुनि जी म. "हिमकर' उपप्रवर्तक श्री चन्दन मुनि जी मुनि उत्तमकुमार कवि विजय मुनि जी म. श्री जिनेन्द्र मुनि 'काव्यतीर्थ' २७ कहाँ ? १५३ १५४ १५४ १५५ १५६ १५७ १५८ १५९ १५९ १६० १६० १६० १६०A १६० १६०A १६०B १६०B १६०० १६OD १६० १६१ १६२ १६३ १६३ १६६ १६६ १६७ १६७ १६८ १६८ १६८ १६९ १७० १७० १७३ १७४ १७४
SR No.012008
Book TitlePushkarmuni Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni, Dineshmuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year1994
Total Pages844
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size105 MB
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