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३१०
उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि स्मृति-ग्रन्थ ।
DD8.9062D
सिरि सिरिवाल कहा राजस्थानी लोक साहित्य
७३० ७३१ ७३२ ७३३ ७३४ ७३५ ७३६-७५
३४
३४
पुराण कथा पुराण कथा त्रिषष्टि. पर्व ४ श्रेणिक चरित्र
SO1P.94
१०४ ३७
७७६
३८ ३७
श्रीपाल-मैनासुन्दरी श्रीमती श्रीमती (थेष्ठि पत्नी) श्रीपति सेठ श्रीमती सेठानी मण्डुक सेठ श्रीवर्मराजा श्रेणिक-अभयकुमार (२० + २१ = ४१ प्रसंग) श्रेणिक और पाँच सौ कुमार श्रेयांसनाथ तीर्थंकर शृंगारमंजरी सती सगर चक्रवर्ती सदयवत्स-सावलिंगा सनत्कुमार चक्री समय का फेर समरसिंह और गिरिसेन समरादित्य केवली समुद्रदत्त
ওভুত ৩৩ ७७९ ७८० ७८१
१०१
श्रेणिक चरित्र त्रिषष्टि, पर्व ४ जयवंत सूरिकृत रास त्रिषष्टि. पर्व २ सदयवत्स चरित्र त्रिषष्टि. पर्व ४
४४
૭૮ર
१०३
७८३
७८४
७८५
७८६
७५
७८७
१०६ १०० १०२
समराइच्च कहा समराइच्च कहा जैन कथारलकोष भाग ६, गौतम पृच्छा अल्पपुण्य बंधाधिकार प्रश्नोत्तर माला वृत्ति त्रिषष्टि. पर्व ६ हरिषेण-बृहत्कथाकोष जम्बुचरियं, त्रिषष्टि. परिशिष्ट पर्व कथारनकोष राजस्थानी लोक कथाएँ
७८८
७८९ ७९०-८०८ ८०९ ८१०
१८
५२
समुद्रदत्त और चंडशासन समुद्रदत्त और सौम्य समुद्रश्री सम्यक्त्व से संबंधित प्रसंग सरस्वती सरस्वती धनमोद सरिसव धान्य सर्वज्ञप्रभा सर्वहर सर्वागसुन्दरी
६८
८११ ८१२
८१३
२४ ७९
उत्तरा. ३ टीका, उपदेशपद वृत्ति राजस्थानी लोक कथा विक्रम चरित्र आवश्यक अरिहंत वर्णन अधिकार, जैन कथारल कोष भाग ६
८१४
८१५ ८१६ ८१७
१०१
वर्द्धमान देशना त्रिषष्टि. पर्व ३
८१८ ८१९
६४
उपदेशमाला
८२०
८२१
६०
८२२
८२३ ८२४
सहदेव काष्ठ शिल्पी सहस्रमल्ल चोर संभवनाथ तीर्थंकर संवेग सागरचन्द्र कुमार सागरदत्त सागरदत्त सागरदत्त श्रेष्ठी सामदेव-वामदेव सालिहीपिता श्रावक सिद्धसेन सूरि सिद्धाचार्य सिद्धि और बुद्धि सिन्दूर पद्म सिंहकुमार और आनंदकुमार सिंह और जीवानन्द सिंहलकुमार सिंह-वसन्त
९६
८२५ ८२६
६४
कुवलयमाला कहा श्राद्ध विधि, उपदेश प्रासाद जैनकथारत्नकोष भाग ६, सुमतिनाथ चरित्र उपासकदशांग विक्रम चरित्र उपदेशपद त्रिषष्टि, परिशिष्ट पर्व, जम्बुचरियं विक्रम चरित्र समराइच्च कहा मुनिपति चरित्र सिंहलकुमार चरित्र जैन कथारलकोष भाग ६
८२७
१०२
८२८ ८२९ ८३० ८३१
४४
८३२
७५
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