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॥ वंदे मातरम् ॥
स्वदेशी आन्दोलन और बायकाट
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अर्थात
भारत की उन्नति का एकमात्र उपाय |
पहली बार ८००० जिल्हें ।
इस लेख को पं० माधवराव सप्रे, बी. ए. ने, पूना के सुप्रसिद्ध देशभक
कीमत की जिल्द दाई आने ।
श्रीयुत बाल गंगाधर तिलक, बी. ए. एल. एल. बी. द्वारा सम्पादित " केसरी" पत्र के आधार पर लिखा ।
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प्रकाशक - डाक्टर वासुदेवराव लिमये, मोदी लैन, सीताबर्डी, नागपुर । देशसेवक प्रेम, नागपुर, मे मुद्रित। मन् १९०६ ई.