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( 251 ) ॥ नमः ॥ संवत १८१८ वर्षे माघमासे शुक्ल पक्ष । तियो भी पार्श्वनाथ जिन चरण कमले स्थापित हुगली वास्तव्य ओशवंशे गांधी गोत्रे बुलाकीदास तत्पुत्र साह माणिक चन्देन श्रीराजगृहे रतनगिरी जीर्णोद्धार करापितं ॥ श्रीः ॥१॥
( 252 ) ॐनमः ॥ संवत १८१६ वर्षे माघमासे ६ तिथी श्री वासु पुज्य जिन चरण कमल स्थापिते हुगली वास्तव्य मोश वंशे गांधी गोत्रे बुलाकीदास तत्पुत्र माणिकचंदेन भी राजगृहे रतनगिरि पर्वते जीर्णोद्धार करापितं । स्वपरयोः शुभम् ॥ श्रीः ।
उदयगिरि।
( 253 ) ॥ ॐ नमः ॥ संवत १८२३ वर्षे वैशाष शुक्ल पक्ष ६ तिथी श्री अभिनन्दन जिन चरण कमले स्थापिते हुगली वास्तव्य ओश वंशे गांधी गीत्रे बुलाकीदास तत्पुत्र साह माणिक चन्देन उदयगिरी जीर्णोद्धार करापितं ॥
( 254 ) ॥ ॐनमः ॥ संवत १८२३ वर्षे वैशाष शुक्ल पक्ष ६ तिथौ श्री सुमति जिन चरण कमले स्थापिते हुगली वास्तव्य ओश वंशे गांधो गोत्रे युलाकीदास तत्पुत्र माणिकचन्देन उदय गिरी जीर्णोद्धारं करापित ॥
(255) ॐनमः ॥ संवत १८२३ वर्षे वैशाष मासे शुक्ल पक्ष षष्टी तिथौ श्री पार्श्वनाथ जिन चरण कमल स्थापिते ॥ हुगली वास्तव्य ओश वंशे गांधीगोत्रे बुलाकीदास तत्पुत्र साह माणिकचन्देन श्री राजगृहे उदयगिरि राजे जीर्णोद्धार करापितं ॥ स्वपरयो कल्याण हेतवे । श्रीः॥