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समस्त राजावलो विराजित परम महारक महाराजाधिराज परमेश्वर उमापति वर लब्ध ----- ---निज विक्रमे रणांगन विनिर्जित शाकं भरी मूशल श्री मस्कुमार पाल देव कल्याण विजय राज्ये - - - - - ।
नाडोल । मारवाड़के देसूरी जिलेके समीप यह स्थान भी बहुत प्राचीन है।
श्री आदिनाथजी का मंदिर।
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ॐ संवत् १२१५ वैशाख सुदि १० मोमे वीसाढा स्थाने श्री महावीर चैत्ये समुदाय सहितैः देवणाग नागढ जोगह सतैः देम्हाजघरण जसचन्द्र जसदेव जसधवले जसपाल. श्री नेमिनाथ वि कारितं ॥ वहद्गच्छीय श्री मोव सूरि शिष्येन पं० पद्मचन्द्र गणिना प्रतिष्टितं ॥
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ॐ संवत् १२१५ वैशाख सुदि १० भीमे वीसाढा स्थाने श्री महावीर चैत्ये समुदाय सहितः देवणाग नागड जोगड सुतैः देम्हाजधरण जसचन्द्र जसदेव जसधवल जसपालैः श्री शांतिनाथ विवं कारितं ॥ प्रतिष्टितं वृहदगछीय श्री मन्मुनिचन्द्र सूरि शिष्य श्री मट्टीव सूरि विनेवेन पाणिनीय पं० पदमचन्द्र गणिना। यादृिषि चन्द्र खीस्यातां धर्मोजिन प्रणीसोस्ति। सावज्जाया देस जिन युगलं वीर जिन भुवने।