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________________ विशेषनाम नेमिचंद्र सूरि ( वैरस्वामि पट्टधर) * ३९० पंचनदी (आम्रदेव सूरिशिष्य) ६५, पंचपीर ११४,१६९,२१७,२१८,२३३, पंचयक्ष २६०,२८५, २ ,२८६,२८८,२८९, २९०,३६१,३७६, ४०१ नेमि जिण (न) २६,२७,२६९,२७४, ३१४,४०५ ३०८ ३१ नाथ २७,२१०, ३२३, ३४१ ३४० १६२ १३० 5 पत्तनीय कोश २३६ पत्तेय ३७५ १९०,२९५ 出 राय - विहार देव 卐 [ नेमिप्रभ सूरि ] नैगमान्वय नैयायिक पचाक पज्ज़ुन्न • भुवन [ न्याय बिंदु ] * पउम पउमंक = पद्मप्रभ पउमचंद सूरि = पद्मचन्द्र सूरि पउमप्पह = पद्मप्रभ प[म] सिरी पउमावइ=पद्मावती इतिहासोपयोगिनाम्नां वर्णक्रमेण सूची । पृष्ठे विशेषनाम सिट्ठी सूरि =प्रद्युम्नसूर प्रपंचाल ५४, (पंचासगा (य) - वित्ती] २०४ प्रपंचासरय-पासगिह 5] पहरी पडिमा (प्रतिमा) पढमजिण (जिणिंद) = प्रथमजिन + [पणवत्थुयविवरण] पत्तन पुर पत्रापदेवी पदम देवी पदमसीह [ पदार्थप्रवेशक ] पद्म पद्मक १३९ पद्मचन्द्र पद्मचन्द्रसूरि (१) २०३ ३३८ | पद्मतिलक सूरि २१२ | पद्मदेव २८५ पद्मप्रभ ३,१४,४८,५९,११९, १२२,१२३,१४८, १९८,२०२, २१४,२१५,२२१, २२७, २३१, २३९,२४२,३११, ३३८,३६१, ३८७,४१४ बृहद्गच्छीय 5- प्रासाद 463 ष्ठ ८८, ३५९ २५५ ४१४,४१५ ४१५ ३०० पद्मप्रभ सूरि 39 २८१ १९५ ३४८. ८८ २२८ ३०० १९९,२२३ १९९,२२३ '५२,१२२ १४८ ११२,२५७ ३४६ १४२ १७३,३३३ ३५६ २१५ २४४ २१०,२१२ २२९ ३२५.
SR No.011005
Book TitleDescriptive Catalogue of Manuscripts in Jain Bhandars at Patan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLalchandra B Gandhi
PublisherOriental Research Institute Vadodra
Publication Year1937
Total Pages591
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size32 MB
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