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प्रश्नों के उत्तर ज्येष्ठ कृष्णा अष्टमी को, दीक्षा फाल्गुण शुक्ला द्वादशी को, केवलज्ञान फाल्गुण कृष्णा द्वादशी तथा निर्वाण ज्येष्ठ कृष्णा नवमी को हुआ । पाप की निर्वाण-भूमि सम्मेतशिखर है। आप विवाहित थे। २२॥ हजार वर्ष गहवास में रहे । ७॥ हजार वर्ष अापने संयम का पालन किया और अन्त में, आप एक हजार मुनियों के साथ मोक्ष पधारे । भगवान राम और महासती सीता आप के ही युग में पैदा हुए थे।
भगवान नमिनाथ जी
श्राप जैन धर्म के इक्कीसवें तीर्थंकर हैं । आप का जन्म-स्थान मिथिला नगरी'था। ग्राप के पूज्य पिता का नाम महाराज विजयसेन था और माता का नाम वप्रा देवी था । आप का जन्म
श्रावण कृष्णा अष्टमी को दीक्षा आषाढ़ कृष्णा नवमी को,केवल-ज्ञान . मार्गशीर्ष शुक्ला एकादशी और निर्वाण वैशाख कृष्णा दशमी को
हुया । आप की निर्वाण-भूमि सम्मेतशिखर है। आप विवाहित
थे, आप हज़ार वर्ष तक गृहस्थावस्था में रहे। एक हजार - वर्ष तक आप ने संयम का पालन किया और अन्त में, एक हजार
. साधुओं के साथ मोक्ष में पधारे। ....... ......... ....... भगवान अरिष्टनेमि जी- :.::. :: . . .. आप का दूसरा नाम नेमिनाथ भी है। आप जैन धर्म के २२वें
तीर्थंकर हैं। आप को जन्म भूमि आगरा के पास में अवस्थित 'शौरीपुर नामक नगर था। पाप के पिता यदुवंश के राजा “समुद्र- : • विजय जी थे और माता का नाम शिंवादेवी था । आप के पिता जी
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xकुछ आचार्य भगवान नमिनाथ का जन्म-स्थान..मथुरा नगरी बत- . .. लाते हैं।