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________________ प्रश्नों के उत्तर ०४. NAMAnnumarmunow करना। ६-मज्जण-- स्नान के लिए पानी की मर्यादा करना। ७-वत्य-विहि-- पहनने के लिए वस्त्र की मर्यादा करना। ८-विलेपण-विहि-- चन्दन आदि सुवासित द्रव्यों का विलेपन. करने की मर्यादा करना।। ९-पुप्फ-विहि-- पुष्प-माला आदि की मर्यादा करना। १०-आभरण-विहि- आभूषणों की मर्याद करना। ११-धूप-विहि-- मकान को सुवापित करने के लिए अगरबत्ती एवं धूप नादि की मर्यादा करना। . १२-पेज्ज-विहि-- पेय पदार्थों की मर्यादा करना। - १३-भक्खन-विहि-- नाश्ते के लिए काम में आने वाले पदार्थों की . मर्यादा करना। . .१४-ओदन-विहि- चावल, खिचड़ी आदि की मर्यादा करना। १५-सूप-विहि-दाल आदि की मर्यादा करना। १६-विगय-विहि- घी, दूध, दही, तेल, गुड़-शक्कर आदि की मर्यादा करना। ... १७-साग-विहि- सब्जी की मर्यादा करना। . ... ...... १८-माहुर-विहि- मधुर फलों की मर्यादा करना। . . . १९-जिमण-विहि- दोपहर एवं शाम के भोजन में खाए जाने वाले पदार्थों की मर्यादा करना। '. २०-पाणि विहि- पानी की मर्यादा करना। ..... .... २१-मुखवास-विहि- भोजन के बाद मुंह साफ करने के लिए . .पान-सुपारी, लवंग आदि खाने की मर्यादा करना। ........ .. २२-उवाणह-विहि- जूतों की मर्यादा करना। ... - .. २३-वाहण-विहि-- यान-सवारी की मर्यादा करना। ..
SR No.010875
Book TitlePrashno Ke Uttar Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages606
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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