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की है जब यह वीनों देशों में ही हो नायें सव.
पर हो जायगी समाज का
रय ध्यान देना चाहिये। व पचौर का पुस्तकों द्वारा
का के पठन से धर्म पत्रों में भी लिम्बा है
जाती है। जव विष!
प्राप्ति हो सकता है जैसे नानायगा तभी
___ उपदेश की सफलता या
उपदेशकों के चारित्र पर ___ पुस्तको द्विीप सायन होता है बहुत से सज्जन मन माप्ति करें समते हैं जैसे किलो सूत्र रुचि श्रुत' के अध्यन कर पूर्वक' श्रुत' का 'अध्यन वा खोजी धर्म की प्राप्ति हो सकती है श्रमण जो महाराज 'जी' ने " प्रारूढ़ किया माजे इसी का फल भस्तित्व पाया जाता है और उनी जैन प्राचार्यों में लाखों जैन प्रन्यो । जोकि आज कल प्रखर विद्वानों के पाते हैं और जैन तत्व को भली ॥ से हैं प्रतश्व देश कालानुसार पुस्तके समाचार पत्रों द्वारा भी धर्म प्रचार पक्षी है किन्तु पुस्तकों और समाचार पत्रों में
'जीने ६८० देवद्धिा जापसी का फल को पत्रों पर जाता है मारना शान मत को