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लंकारप्रिय.
in comp. oft. teeth' सुदती; 'having t. place' चुनि-जी.अश्मत, रमाबा , eyes'मुनाम-लोचना; 'at. day' सुदिनं; 4. art' | णी, अंति(दि)का;t-proot' अदाय't-alde'भ. कता;t-fingered' लघुहस्त; it is af. pro- मिस्थान, &c. (t. place); (t.-side comforterposal' उदार:-प्रथमः-कल्पः . -8. दंडः, अर्थ-धन-दं- खानि); f.-wood ' धनं, इध्म, दाधकाठ 1.. ड:; liable to t.' दंडया ' in fine' अंततः, शेषे, works' अग्निक्रीडा,-द्रव्याणि. - FTERY, a. भाप्रेस एतावता, एवं प. -७. १. दंड 10 (two acc.), दंडं | (यी.), तेजस्विन्, अग्निमय (यी.).2 सुलभकोप, दा. (दापयति) with instr. of giver. 2 शुध् । शीप्रकोपिन्, क्रोधन, क्रोधिल, कोपशाल, सरमिनू. 38c., पू9 U, मलं or अपकृष् 1 P.-LY, adv. सू- | प्रतीक्ष्ण, प्र-चंड, तीव्र. क्ष्म, विरलतया. 2 चारु, मुष्ट, मुंदर, सु pr.-NESS, s. FIRM, a. दृढ, स्थिर, निभल, अचल, अविचलित, असूक्ष्मता, विरलता, तीक्ष्णता, &c. 2 कांति f., शोभा, स्खलित, धीर, अकंपित, अक्षुग्ध, धृतिमत, व्यवस्थित चारुता, लावण्य. - FINERY, 8. शोभा, आडंबरः, बा- f. step' अस्खलिता गतिः.2 गाड, घन, ढ, भशिघशोभा. 2 अलंकारः, मंडन, भूषणं, प्रसाधनं, आभरणं, थिल, अविरल, सांद्र, मुसंहत, दृढसंधि; 'ot af. परिकर्मन् ॥., परिष्कारः; fond of f.' प्रियमंडन, भ- mind ' स्थिरधी, स्थिर-निमल-मति, दृढात्मन्
in friendship' दृढसौहद, गाउसख्य.-४. बबिजनFINGER. 3. अंगलि-ली, करशाखा; fore-f.' तर्ज
संसर्गः, समवायः, संभूय समुत्थानं. -LY, adv. वृद्ध, नी, प्रदेशि(श)नी; ' middle t.' मध्यमा; third
गाढं, घनं, स्थिर, धीरं, निमलं, &c.; t. rooted' f.' अनामिका; last f.' कनिष्ठा, कनिष्ठिका, कनीनी
बद्ध-रूढ-मूल; f. devoted' भक्ति;1. joined' निका; 4.-ring' अंगुलीयं, अंगुली(री)यकं, अमि
दृढबद्ध, दृढसंधि. -NESS, S. नढता, स्थैर्य, डिमन् का; ' three t. s in breadth' व्यंगलं (दारु ).
m., धैर्य, धृति अक्षोभः, अस्खलनं, अकंप:.2 संहति -V. . अंगुल्या स्पृश् or परामृय 6 P.
f, घनता, संधि
FIRMAMENT, 8. आकाश:-शं, नभोमंडल, नमस्तल, FINICAL, a. अतिसूक्ष्म, एकांतकोमल-पेलव, अत्यु-कृष्ट.
व्योमन् ।., गगनं-णं, ख, अंतरीक्ष तारा-ग्ड-पथः, स. FINISH, P... समाप् .. सं-पु.-पूर 10, निर्वृत् c., गोल:: See Sky also. -AL, . हायस (सी/.), अवसो 4 P, निः-सं-पद् ., साध 5 P or c.; अंतं गम् | आंतरीक्ष (क्षी/), आकाशीय, नभःस्थ. 1 P, निः-शिष् ., निःशेषीकृ 8 U, पारं गम्.2 संस्कृ
| FIRST, a. प्रथम, आय, आदिम, पूर्व, अग्रिम, प्राकन 8U, परिष्क, यत्नतः साध. -., -ING, s. समाति
(नी.). 2 मुख्य, प्रमुख, प्रधान, अग्रय, प्रवर, श्रेष्ठ, f., अंतः, निति f., सिद्धि f., अंतगमनं, &c.
वरेण्य, अग्रणी, अग्रेसर, वर in comp.; See PRINOTFINITE, . प्रमेय, परिच्छेय, निरूपणीय, नियत, सम- PAL; f. half' gutt:; ' f. part of day' quiर्याद, परिमित, सायंत; ' not f.' अनंत. -LY, adv... ; f. part of night' gataz; for the f. समर्याई, नियतं.
time ' प्रथम; from the t.' प्रथमावधि, आमFIR-TREE, S. देवदारु m.,., पाक्रपादपः, पारिभद्रकः,
थमं; t. of all, in the first place' प्रथमभद्दारु, बुकिलिम, पीतदारु, दारू, पूतिकाष्ठं.
आदौ-तावत; f.-born' अग्रजः, पूर्वजः, अप्रजामह FIRE, S. आमिः, वैश्वानरः, ज्वलनः, अनलः, पावकः,
m., ज्येष्ठः, अप्रयः, अग्रिमःf.-fruits' प्रथमकृशानुः, वह्निः, दहनः, जातवेदाः, हुताशनः, शिखी, हुत
आदि-अप-फलं, प्रथमोत्पन्न; 'f.-rate' श्रेष्ठ, रकट, भुक हुतवहः, वहि:, शुष्मा, कृष्णवमा, तनूनपात्, उष
विशिष्टतम, परम, उत्तम. -adv., +LY, adv. प्रथम, बुधः, शिखावान्, हव्यवाहन:, हिरण्यरेताः, चित्रभानुः,
पूर्व, प्राक, आदी, अंग्रे, पुरस्तात्. विभावमुः, शुक्रः, शुचिः, कृपीटयोनिः. 2 तेजम् n., FISCAL, a. धनसंबंधिन्. सत्व, उत्साह, 'ont.' अमि-हुतवह-परीत, अनिदीत ; FISH, . मत्स्यः, मीनः, अषः, बैसारिणः, मंजः, वि.
submarine t.' वाडवः, और्वः, वडवानलः; 'set सारः, शकुलिन् m., पृथुरोमन् m. -v.i. मत्स्थान पर on f.' दह ., दीपू ., अग्निं विटज् 6P (with 9 Pory 1 P or बंध9 P.3 भनुम 1P; 1loo.); अग्निना ज्वल् . or दह. ' take f.'; See basket' मत्स्याधानी, कुवेणी; 1.-hook'बरिशंunder CATOH. -... दह 1P, ज्वर ., इंध 7 A, शा-शी, मत्स्यवेधन; f-ing net' जालं, भानायः, अप्रसाक 8U.2 उत्ति ., रही ., प्रोत्सह_c., कपिनी; f.-market' मीनविक्रयस्थान; 1.-monप्रचुर 10, संक्षु ., प्रेर् ., संधश् 10. -v.i. ger' मत्स्यविक्रयिन्, '1.pond' मीनाश्रयः, मत्स्यादी 4A, ज्वर 1P, दह pass. 2 लोहगोला. लयः, मत्स्यपूर्ण, सर: t.-spawn' मत्स्याङ. न माधि 6Porविक्षत P. F.-arms' आनया- woman' मत्स्यविक्रेत्री. - ER, -RRMAN, 4. धीवर, आणि .-brand' भमिकाठं, अंगार:-रे, अलानं, उल्का, कैवर्तः, दासः-शः, जालिकः, मत्स्याजीवः, मत्स्योपजीसमुक; 2-4y'पतंगः, अलभः, खपोनः, ज्योतिरि- विन् m., मात्स्यिकः, निषाद:: -RRY,-RG, . धीवरगणः, प्रभाकीट: 2epan'See HRARIA; 1-1 कर्मन् , मत्स्पवयन-पाणं.