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१ एगेपुण्ये कहेतां एक पुण्य सुखहेतु. १ एगेपावें कहेतां एक पाप छुःखहेतु. १ एगेषम्मे कहेतां एक धर्म वस्तु खनाव. १ एगेषधम्मे कहेतां एक अधर्म वधर्मसें निन्न. १ एगेयासवे कहेतां एक श्राश्रव जिणसें कर्मबंध होय. १ एगेसंवरे कहेतां एक संवर कर्मोका बंधकु रोकै. १ एगावेयणा कहेतां एक वेदना कर्मोका नोगवणा.
एगानिझरा कहेतां कर्मोका दय.
एगे जीवे कहेतां एकजीव चैतन्य गुणधारी. १ एगे थजीवे कहेतां एक अजीव जमरूप. १ एगे नाणे कहेतां एक शान. १ एगे दंसणे कहेतां एक दर्शन. १ एगेचरित कहेतां एक चारित्र क्रियारूप.