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गाइ (६, ३६, ४५)-गाय, गा। गिर (४७)--पर्वत, गिरि । गाइया (९०)-- गाएँ
गिरवर (६५)-गिरिवर, पर्वत । गाजिया (८७, ६६)- गर्जित हुए। गिळि (४८)---निकल गया। गाजियो (५५, ८०)-गर्जना की। गिळ्यिा (२०, १८, १००)---निगल गाढि (५०)---ठोस रूप से, सम्मिलित गई, ध्वस कर दिये, सहार गाय (६४)-गौ
कर दिया। गालियो (८३)-नष्ट कर दिया, मिटा |
गिळियौ (९४) निगल गया। दिया।
| गिल (४, ४७, ६६, ८७)---निगलता गावतरी (४४)-गायत्री
है, नाश करता है, निगल गावड (१०१) - गाये
जाते हैं। गावतरी (१३, २१)-गायत्री गीता (३२)- भगवद् गीता । गावा (३८)-वर्णन करें।
गुबार (१७)--गवार गाविड (८३)-गाएं
गुड़ाया (६३)--मार डाला, सहार गावित्री (३२)-गायत्री
किये। गायो (३२)-गाया
गुडिदा (९८)-१ सिर, २ वीर । गाहिया (६०)-ध्वस किए। गुडिस (६६)--लुढक जायेंगे। गाहैडि (३८)-गंभीर, गाभीर्य। गुर्ड (६६, ८७)-वीर गति प्राप्त होंगे गियो (५६, ७१)-गया, मिट गया, । गिर गये, लुढक गये । नाश हो गया।
गुण (६७)- कीर्ति । निरिण (४२, ७३)-समझ, समझकर गुणपति (6)-गणपति, गजानन । गिणियां (६३)-समझा गुणी (४७) - गुनवान, उत्कृष्ठ । गिरणीजे (४६ )-गिना जाता है, | गुद्र (६४)-मास-पिंड। गिनिए।
गुर (३८)---शिक्षक, ज्ञानदाता । गिनका (९५) वेश्या
गुरड (३६)~-विष्णु के वाहन का नाम गिनिका (७४)-एक वेश्या जिते भग-1 जो पक्षियो के राजा समझे . वान ने मोक्षपद दिया ।
जाते हैं, गरुड़। गिमि (६१)-मिटा दे, नाश करदे । गुरहर (६०)-~गुरुवर, श्रेष्ठ ।