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TALK
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सब विचारो से मुक्त मन की अनुभूति करने जैसी है। विचारो से मुक्त मन का आह्लाद अपूर्व होता है, जो शब्दो मे नही कहा जा सकता। विचारो का जाल ही तो बन्धन है ! इन बन्धनो मे ही दु.ख और अशान्ति है।
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ध्यान की महत्ता यहाँ है। ध्यान को जीवन मे महत्त्वपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिये।
ORYTIO
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