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६५८ गाळ साभळु पण गाळ द नहीं ६५९ गुक्ल एकातनु निरतर सेवन कर छु ६६० सर्व धाक मेळापमा जउ नही ६६१ झाड तळे रात्रे शयन करु नही ६६२ वा काठे रात्र वेमु नही ६६३ एक्य नियमने तोडु नही ६६४ तन, मन धन, वचन अने आत्मा समर्पण कर छु ६६५ मिथ्या परद्रव्य त्यागु छु ६६६ अयाग्य शयन त्यागु छु ६६७ अयोग्य दान त्यागु छु ६६८ बुद्धिनी वृद्धिना नियमो तजु नही ६६९ दासत्व-परम-राम त्यागु छु ६७० धमधूर्तता त्याग छु ६७१ मायाथी निवतु छु ६७२ पापमुक्त मनोरथ स्मृत करु छु ६७३ विद्यादान देता छल त्यागु छु ६७४ सतने सक्ट आपु नहीं ६७५ यजाण्यान रस्ता बतावू ६७६ वे भाव राखु नही