________________
अनुकम
[ १७
२२८
२२६
M
२३५
२३७
तीर्थकरों के समय का वर्तन
डा० हीरालाल चौपड़ा इस युग के महान् अशोक
श्री के. एस. धरणेन्द्रय्या सूझ-बूझ और शक्ति के धनी
पण्डित कृष्णचन्द्राचार्य कर्मण्येवाधिकारस्ते
रायसाहब गिरधारीलाल विद्वान् सर्वत्र पूज्यते
श्री ए० वी० प्राचार्य शतायु हों
सेठ नेमचन्द गधया गुरुता पाकर तुलसी न लसे
श्री गोपालप्रसाद व्यास अर्चना
थी जबरमल भण्डारी का विध करहु तव रूप बखानी
श्री शुभकरण दसाणी युग प्रवर्तक आचार्यश्री तुलसी
डा० रघुवीरसहाय माथुर विशिष्ट व्यक्तियों में अग्रणी
श्री कन्हैयालाल दूगड़ २३६ उज्ज्वल सन्त
श्री चिरंजीलाल बड़जाते तुमने क्या नहीं किया?
थो मोहनलाल कठौतिया अहिमा व प्रेम का व्यवहार
रायसाहब गुरुप्रसाद कपूर धग के हे चिर गौरव
साध्वीश्री जयश्रीजी २३८ लघ महान् की खाई
माध्वीश्री कनकप्रभाजी २३८ तपःपूत
मुनिश्री मणिलालजी पाप मच हरते रहेगे
मुनिश्री मोहनलालजी २३६ शुभ अर्चना
मुनिधी वमन्तीलालजी तम कौन?
साध्वीश्री मंजुलाजी २३६ गीन
साध्वीश्री सुमनश्रीजी असाधारण नेतृत्व
श्री कृष्णदत २४० पूज्य ग्राचार्यश्री नलमीजी
श्री तनमुखराय जैन २४० प्राचार्यश्री तुलसी की जन्म कुण्डली पर एक निर्णायक प्रयोग मुनिश्री नगराजजी श्रोतुलमीजी की जन्म कुण्डली का विहंगावलोकन पद्मभूषण पं० सूर्यनारायण व्यास हस्तरेखा-अध्ययन
रेखाशास्त्री श्री प्रतापसिंह चौहान एक मामुद्रिक अध्ययन
श्री जयसिंह मुणोत २४८ प्राचार्यश्री तुलसी के दो प्रबन्ध काव्य
डा. विजयेन्द्र स्नातक अग्नि-परीक्षा : एक अध्ययन
प्रो० मूलचन्द मेठिया
२५८ श्रीकाल यशोविलास
___ डा० दशरथ शर्मा भरत-मुक्ति-समीक्षा
डा० विमलकुमार जैन श्रीकालू उपदेश वाटिका
श्रीमती विद्याविभा प्राषाढ़भूति : एक अध्ययन
श्री फरजनकुमार जैन जब-जब मनुजता भटकी
मुनिश्री दुलीचन्दजी शुभ भावना
पं० जुगलकिशोर प्राचार्यप्रवर श्री तुलसी के प्रति
श्री सियारामशरण २६२ द्वितीय अध्याय : जीवन वृत्त जीवन वृत्त
मुनिश्री बुरामल्लजी १-१३२
m mrarm mmm
२३६
एUU Xaur wo 0