SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 474
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ११२ धर्मवर्द्धन ग्रन्थावली में प्रयुक्त देशी सूची (१) मुरली वजावैजी आवै प्यारो कान्ह ७१ (२) चतुर विहारी रे आतमा ७६, ११२ (३) आज निहेजो दीसे नाहलो ७८, २७१, ३६६ (४) केसरीयो हाली हल खडे हो (५) कबहु मै नीके नाथ न:ध्यायो (a) आयो आयोरी समरतां दादो आयो (७) गोठलदे सेत्रु जे हाली (८) नायक मोह नचावियो ११३ (E) सफल ससार अवतार० १७२, २५६, २६६, २७५, २७६, २८६, २६० (१०) अमल कमल जिम० १६३ (११) विलसे ऋद्धि समृद्धि मिली १६८, २०८, २८४ (१२) धणरा ढोला । २०० (१३) सुवरदे रा गीत री २०३ (१४) दादै रै दरबार चापो मोह्य रह्यो (१५) आदर जीव क्षमा गुण० २०६, २७० (१६) नणदल री (१७) त्यागी वैरागी मेघा जिन समझाया २२२ (१८) उडरे आवा कोइल मोरी २२२ (१६) चरण करण घर मुनिवर २४४ (२०) वेत्रणी आगे थी कहै (२१) धर्म जागरीयानी २५० २०५ २०७ २५०
SR No.010705
Book TitleDharmvarddhan Granthavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year1950
Total Pages478
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy