SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 344
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सहायक ग्रन्थ-सूची ३३९ आधुनिक हिन्दी काव्य में रहस्यवाद-डा० विश्वनाथ गौड़, नन्दकिशोर एण्ड सन्स, चौक, वाराणसी, प्रथम संस्करण, १९६१ । पालाप सिद्धिपालाप पद्धति-रचयिता- देवसेन, चौरासी मथुरा, प्रथम संस्करण, वीर० नि० २४५९ । आत्मसिद्धि शास्त्र-श्रीमद् राजचन्द्र, अनुवादक-सम्पा०- पं० जगदीश चन्द्र शास्त्री, एम० ए०, श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, खाराकुआँ, बम्बई-२, प्रथम आवृत्ति, सन् १९३७ । आवश्यक-नियुक्ति-आचार्य भद्रबाहु स्वामी ।। इसिभासियाई-अनु० मनोहर मुनि, सुधर्मा ज्ञानमन्दिर, १७०, कांदावाडी, बम्बई नं० ४। ईशोपनिषद्-गीता प्रेस, गोरखपुर । उत्तराध्ययन सूत्र-(आत्मारामकृत हिन्दी टीका सहित) जैन शास्त्र माला कार्यालय, लाहौर, सन् १९३९-४२ । उपदेशतरंगिणी-श्री रत्नमन्दिर गणि, भूराभाई हर्षचन्द्र, अभ्युदय प्रेस, वाराणसी, वी० सं० २४३७ । उवासग द सांग-(उपासकदशांगसूत्रम्) - नियोजक- श्री कन्हैयालाल जी स०, श्री अ० भा० श्वे० स्था० जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट (सौराष्ट्र), तृतीय आवृत्ति, वि० सं० २०१७ । उपनिषत्संग्रह-(प्रथम और द्वितीय भाग) - मोतीलाल बनारसी दास चौक, वाराणसो (उ० प्र०), प्रथम संस्करण, सन् १९७० । एक सौ पच्चीस (१२५) एक सौ पचाम (१५०) तीन सौ पचास (३५०) गाथाओंना स्तबनों-रचयिता- उपाध्याय यशोविजय, संशोधक श्री महान विजयनगी.जैनविद्याविनय प्रिंटिंग प्रेस, अहमदावाद, प्रथम आवृत्ति, वि० सं० १९७५ । । ऋग्वेद- स्वाध्याय मण्डल, वसन्त-श्रीपादसातवलेकर, भारत मुद्रणालय, औन्धनगर (जि. सतारा), द्वितीय आवृत्ति, सन् १९४० ।
SR No.010674
Book TitleAnandghan ka Rahasyavaad
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages359
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy