________________
-
-
-
भक्तामर स्तोत्र : एक दिव्य दृष्टि
(मालिक चिन्तन प्रधान प्रवचन)
-
प्रवचनकर्ती आचार्य श्री आनन्द ऋषिजी म0 की आज्ञानुयर्तिनी
स्व0 महासती उज्ज्वल कुमारी जी म0 की शिष्या साध्वी डॉ० दिव्यप्रभाजी (एम0 ए0, पी0 एच0 डी0)
प्रकाशक उमरावमल चोरड़िया, जयपुर प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर