________________
T
Jed
S
६४
मेरे दिवगत मित्रो के कुछ पत्र
1
▾
कीजिएगा । चन्दा साहव का विशेष ताकीद जानिएगा । प्राते वक्त साथ मे "जैन लेख संग्रह " दूसरे भाग का फर्मा साथ लेते : आइयेगा | आबूजी के लेख के 'छाप २ / १ जो आपके यहाँ रह गये हो। सो, साथ ही लाने की आज्ञा दीजियेगा । ज्यादा शुभ स १६८२ की अघन विद ११ ।
-1
C
25
1
द : पूरणचन्द नाहर की वन्दना 1 पत्रोत्तर लोटती डाक से भेजने की कृपा कीजिएगा । जल्दी पधा
रिएगा | ज्यादा शुभ ।
7
S
-
(iv)
१५
32
~1
7
T
"
·
: परम पूज्यवर आचार्य श्री जिनविजयजी महाराज की पवित्र सेवा मे पूग्णचन्द नाहर की सविनय वन्दना मालूम हो । अपरच कृपा पत्र आपका ता.-१७-११-२५ का इस वक्त मिला । - आपने: ता. २० दिसम्बर तक यहाँ पहुँचने का लिखा और उस समय आने से यहाँ पर कुछ अधिक समय आप ठहर सकते है, ऐसा लिखा, सो ज्ञात हुआ । परन्तु यहाँ पर इस साथ भेजे हुए पाँच प्रश्न राजगिरी के केस में कमीशन से आये हैं और ३० नवम्बर तक उत्तरः दाखिल करने का समय दिया
7
Calcutta : .20-11-1925
गया है दरख्वास्त देने पर और हद्द आठ दस रोज का समय मिलेगा । याने ता, ८-१० दिसम्बर तक दोनो सम्प्रदाय वालो को उन प्रश्नो का जवाब दाखिल करना होगा । आगे ज्यादे समय नही मिलेगा तथा चन्दा साहब भी मेरे नाम पर आपका लिखा हुआ ग्रागे का पत्र पढकर आपसे मिलने की तथा इस विषय मे श्रापसे पूछताछ करने के लिए उत्सुक है ।
1
7
हम आपको आज ही रवाना होने का तार देते, परन्तु तार मे सव हाल खुलासा आपको लिख नहीं सकते, इसलिये पुत्र ही लिखा इसको तार के वरावर जानिएगा और कृपया जहा तक बने शीघ्र ही रवाना