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मेरे दिवंगत मित्रो के कुछ पत्र
होगा । वहाँ राय रमा प्रसाद चन्दा, बहादुर, चरण और मूर्तियों के छाप लेने के लिए Archiological Dept. से commission नियुक्त हुए है । श्वेताम्बरियो की तरफ से मुझे ही करना पड़ेगा और काम करने वाले कम हैं, झगड़ा करने वाले ज्यादा हैं। मैं यहाँ November तक पहुँच जाऊँगा और इस समय यहाँ Dashhara की छुट्टी मे बहुत से विद्वान अपने-अपने - स्थान पर बाहर चले जायेंगे। इस कारण यदि आप नवम्बर या अक्टूबर के शेप में याने कार्तिक सुद में आवें तो बहुत ही अच्छा, यहाँ कार्तिक पूर्णिमा का उत्सव भी बहुत अच्छा होता है, वह भी देखने का सुयोग रहेगा । फिर आप आपके वहा के कार्य का प्रोग्राम देखकर ठीक कर लेवें और मुझे उस प्रकार सूचना देवें । यहाँ नवम्बर दिसम्बर और जनवरी ये तीन मास तक मैं आपकी सेवा मे रह सकूंगा । फिर मेरा राजगृह जाने का विचार है । वहाँ मैंने एक छोटा सा रहने के लिये मकान बनवाया है । वहाँ ही रहने का विचार कर रहे है । यहाँ कई तरह की मुझे कठिनाइयाँ पड़ रही हैं ।
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आगे प्राचीन हस्त लिखित ग्रन्थो का मैंने और भी कुछ संग्रह किया है। सूची बनवा रहे हैं और notes of sans mass की तरह प्राय ४५ सो के तैयार हुए है । इसके विषय मे आपका यहा जिस समय पधारना होगा, वार्तालाप हो जायगा । मुझे इधर बिलकुल अवकाश कई कारणो से नहीं है, क्या लिख, आपका यहाँ कुछ दिन ज्यादा नही २०, २५ दिन भी ठहरना हो तो बहुत कुछ काम हो सकता है । साधन तो मैंने यथा साध्य एकत्रित किया है । उनसे कुछ उपयोग किया जाय तभी मुझे खुशी होगी । Bombay Branch Royal A.S. Journal के त्रुटित अंको की लिस्ट भेजी है कुछ मिल जाय तो अवश्य V.P से भेजने की आज्ञा दीजियेगा । पत्रोत्तर कलकत्ते के पते से दीजिएगा | ज्यादा शुभम् ।
कृपाकाक्षी - पूरणचन्द्र नाहर की चन्दना