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श्री राजकुमारसिंहजी के पत्र
(१३) श्री रायकुमारसिह का राजगृह के बारे में लिखा पत्र
Mookim Niwas 152 Harrison Road Barra bazar
Calcutta 8-10-1924 सिद्ध श्री पूना शुभ स्थान सर्व ओपमा बिराजमान परम पूज्य मुनि महाराज श्री १०८ श्री मुनि जिनविजय जी महाराज की पवित्र सेवा मे लिखी कलकत्ता से रायकुमारसिंह की वन्दना विशेष कर अवधारिएगा। यहाँ श्री जिन धर्म के प्रसाद से कुशल है। महाराज के शरीर सबधी सुख शाति सदा चाहते हैं। अपरंच श्री राजगृह तीर्थ क्षेत्र के विपय में दिगम्बरी संघ से सरकारी अदालत मे हकीयत का मामला चल रहा है। जिसमे वहाँ के पच पहाड पर जो मदिर या चरण या मूर्तिया हैं, वे समस्त वे लोग अपनी यानी दिगम्बरियो की कहते हैं । इस कारण निवेदन है कि महाराज कृपा करके अपने ग्रन्थो के दाखिले के साथ यह श्री राजगृह तीर्थ के मदिरो का जहाँ जहाँ वर्णन मिलता है वे मुझे सूचित करें तो श्वेताम्बर समस्त श्री सघ का विशेष उपकार होगा और उस तीर्थ पर जो-जो श्वेताम्बरी आचार्यो ने जिस जिस समय अंजन शलाका या प्रतिष्ठा कराई हो और जिस जिस समय वहाँ का जीर्णोद्धार हुआ हो उसका वर्णन तथा सघ लेकर वहाँ तीर्थ यात्रा निमित्त आया हो, वही जहाँ तक बन सके शीघ्रता से लिखकर भेजने की आजा देवें और योग्य सेवा लिखें और राजगृह ग्राम तीर्थ स्थान है यानी राजगृह के पांचो पहाड़ है यानी दोनो ही हैं । वह इनका तीर्थ स्थान होने का अपनी धर्म पुस्तको मे कहाँ और किसमे है इसके लिये भी कृपाकर सूचित करिएगा।
ह. रायकुमारसिंह की वदना अवधारिएगा