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________________ - प्रश्न आया कि मनुष्य के लिए सबसे अधिक मूल्यवान क्या है ? किसी की दृष्टि धन पर गई तो किसी ने जन-बल को सबसे अधिक मूल्यवान माना। कोई सत्ता की ओर दौड गया, उसी को सबसे अधिक मूल्यवान समझकर । किसी ने अधिक से अधिक जन-बल एकत्रित करने को ही मूल्यवान माना। किन्तु गहराई तक कोई नही पहुंच पाया। सब ऊपर ही ऊपर तैरते रहे । वे डुबकी लगाना ही भूल बैठें। किनारे पर बैठे रहने वालो के भाग्य मे सीप शख ही हुआ करते हैं । ऊपरी सतह पर तैरने वाले के हाथ कुछ नही लगा करता यदि समुद्र की थाह पानी है तो उसके लिए गहरी डुबकी लगाने का अभ्यास करना होगा। जो गहराई मे पैठ गए उनके लिए जीवन-यापन के नए द्वार खुल गए। जीवन के नए आयाम स्थापित हो गए । जीवन का नए सिरे से मूल्याकन होने लगा। इसलिए भागते-दौडते जीवन मे मनुष्य के लिए समय का एक-एक क्षण भी सर्वाधिक मूल्यवान है। जो समय के मूल्य और महत्ता को समझ गया, उसका दामन खुशियो और सफलता के नानाविध सुगन्धित पुष्पो से भर गया । इसलिए समय के मूल्य को पहचानिये, और उसका सही सदुपयोग कीजिए। १०८ चिन्तन-कण
SR No.010612
Book TitleChintan Kan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni, Umeshmuni
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1975
Total Pages123
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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