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मुंहता नैणसीरी ख्यात संपियो । जठे खोलियो हुँतो तठे ले जाय बाधो । वीजो बोडेन सरब झाटक खुररो करनै ताजो कियो हुँतो; नै फुरणा आछा ... न किया । परभातरा लाखोजी घोड़ा देखणन पधारिया, ताहरां घोड़ो देखनै कह्यो-'रे घोड़ो किणी हो छोड़ियो नहीं हुतो ?' ताहरां साहणी कह्यो-'जी, कुण छोड़े ?' ताहरां लाखैजी घोड़े ऊपर ... पछेवड़ी फेरी' । पछेवड़ीसूं घोड़ो लूह्यो । पछै नाकमें पछेवड़ी फेरी; ताहरां मांहितूं राती पुड़ी नीसरी । ताहरां राखायतन पूछियो-'भाणेज ! सिद्धपुर पाटण गयो हुतो ?. राजा सिंघसेन, चावडा, सोळंकियां खवर दीनी ?' ताहरां कर सलाम, अर.. कह्यो-'मांमाजी ! कहेन । हूं आयो हुतो"। वापरै वैर, स्यांमरै कांमनै दोडियो छू ।' ताहरां लाखोजी बोलिया-'भाणेज ! ऊंचा . महलारो ध्यान राखिया ।' ताहरां कह्यो-'मांमाजी ! ऊंचा महलां री .. मनसा राखी तो छ ।' ताहरां लाग्योजी वोलिया-'भाणेज ! साथ कियो" ?' 'मांमाजी ! साथ आयो, थेई असवार हुवो।' लाखोजी चढिया । कटक मुकालवै आयो । ताहरां लाखैजी कुळदेवी समरी। ताहरां कुळदेवी प्रगट हुय कह्यो-'हिवै म्हारै जोर कोई नहीं। ओ राजा सिंघसेन आयो। इय1 श्रीमहादेवजीरो वर छ। सु महा-:.. देवजीतूं म्हारो जोर नहीं।' ताहेरां लाखै देवीनूं कह्यौ-'मोनूं मींच भली देई23 ।' ताहरां देवी कह्यो-'मीच भली देईस । पण जीप नहीं हुवै ।' यु करतां दळ आमा-सांमा मंडिया" । ताहरां राखायत..
I सौंप दिया। 2 जहांसे खोला था। 3 वहीं लेजा कर बांध दिया। 4 दूसरा घोडेका सब अंग। 5 झटक (पोंछ) कर। 6 खुर्रा कर के। .7 ताजा बना दिया था । 8 नासिका छिद्र। 9 साफ नहीं किया था। 10 प्रातःकाल में। II पिछौरी (चद्दर) ........ घोड़ेके शरीर पर फिराया। 12 पिछौरीसे घोड़े का शरीर पोंछा। 13 लाल मिट्टीकी पपड़ी... निकली। 14 प्रणाम कर के | 15-16 कह कर मैं आया था। 17 भानजे ! क्या उन्होंने सेना तैयार करली ? 18 मामाजी ! सेना तो चढ़ कर भा गई, आप भी चढ कर तैयार हो जार्य। 19 सेना मुकाबले में प्रा गई। 20 तव लाखाजीने कुलदेवीका स्मरण किया। '. 21 इसको। 22-23 मुझे मृत्यु अच्छी देना। 24 देऊंगी ।. 25-26 परन्तु विजय नहीं होगी। 27 एक दूसरेके मुकाबले में खड़े हुए।