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मुंहता नैणसीरी ख्यात काई' नहीं।" तरै जगमाल कह्यो-"इणांनूं मारण सहल छै, पण इणांसू रावळजी मया करै छ ।' तरै घड़सी वोहत दिलगीर हुवो। .. तरै जगमाल कह्यो-“जमैखातर राखो, इणांनूं तोत कर मारस्यां।" सु रावळजीनूं सवारै जाय कह्यो-"म्हे फलांणो गांव मारस्यां सु राज साथनूं हुकम करज्यो ।" सु रावळजी मालदेजी दातण-कुरळासिनांन करनै दिन पोहर १ चढ़तो तठा तां" बोलता नहीं, सु जगमाल हईया पोहड़ा दरवार बैसांणिया' नै पछै रावळजी कनै जायनै कांन मांहै कह्यो -"म्हे फलांणा' गांव ऊपर चढ़ां छां,10 राज11 साथनूं हुकम करो।" तरै रावळजी साथनूं वोलिया तो नहीं नै हाथसूं हुकम कियो । तर जगमालजी साथनूं कह्यो-“सको उठो, रावळजी हुकम कियो छ सु काम करां।" बाहिर आयनै साथनूं कह्यो-"हईया पोहड़ मराया छ,'13 सु कूट मारिया ।
गीत रावळ भींव हरराजोतनूं भवनो रतनूं वंसावळीरो कहै । असुधसो गीत छै16
दादै जैतल करण दादै देदल वानगदेव , वैरसीह . लखमण विरद - विसाळ' । मालाहरौ18 मनमोट19 मोट पाट मेरगिर , भाटियां भवाड़े भला भींवजी भोवाळ°° १ धरमी केहर देदे घड़सी घेरणां धर , . छोगाळा रतन मूळू जैतसी छात्राळ1 । करन तेजल कुळ-कळाधारी नवे कोट ,
I कुछ 1 2 इनको मारना सहज है। 3. तसल्ली रखो, इनको धोखेसे मार देंगे। 4 दूसरे दिन प्रातःकाल । 5 हम अमुक गांव पर छापा मारेंगे अतः आप सायको (सरदारोंको) हवम दें। 6 तब तक । 7 हईया और पोहड़ भाटियोंको दरवारमें बैठा दिया। 8 पासमें जाकर कान में कहा । 9 अमुक । 10 चढ़ाई करते हैं। II आप। 12 सभी उठो। 13 हईया और पोहड़ोंको मारनेकी आज्ञा हुई है। 14 अत: मार दिया। 15 रावल भीम हरराजोतके संबंधमें रतनूं भवनाने वंशावलीका गीत कहा है। 16 गीत अशुद्धसा है। . 17 विशाल विन्द वाला । 18 मालाका वंशज । 19 उदार, दानी। 20 भूपाल । 21 छत्र- . धारी जैसलमेरके रावल । 22 प्रकाशमान् ।