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मुंहता नैणसीरी ख्यात ६ मनोहरदास । ६ मानसिंघ ।
४ मेहो तेजसीयोत । भलो ठाकुर थो। राव चंद्रसेणजी मेहारी बेटी परणिया था । विखामें राव चंद्रसेणरै काम प्रायो' ।
४ किसनो तेजसीयोत ।
५ पातळ किसनावत । सं० १६४१ तांवड़ियो पटै । पर्छ संमत ...... १६६४ करमसीसर । दोनूं पटै था ।
६ मनोहरदास पातळोत । करमसीसर पट। ६ अखैराज पातळोत ।। ५. सादूळ किसनावत । मोटै राजाजी वड़लो पटै दियो, वागड़सूं आयो तरै।
६ बल सादूळोत ।
३ वीसो वणवीरोत । राव मालदेरा विखामें भांगेसररी वेढ.. कांम आयो, ऊगा महेवचा भेळो ।
४ रायसिंघ वीसावत ।
५ भांण रायसिंघोत । भाटेर काम आयो । नागोररा साथसू वेढ हुई त।
६ सांमदास भांणोत । ६ हरीदास भांणोत । ५ नरहरदास रायसिंघोत । भाटेर काम आयो ।
५ चतुरभुज रायसिंघोत । भगतावासणी जोधपुररी पटै । पर्छ । सं० १६७१ कुंवर गजसिंघ गोयंददासजी रांणारी धरती कुंभळमेर लियो त? काम आयो ।
५ लाडखांन रायसिंघोत । ४ पीथो वीसावत।
I मेहा तेजसीप्रोत अच्छा ठाकुर था। राव चंद्रसेनजी मेहाकी वेटी व्याहे थे। राव चंद्रसेनके संकट-कालमें काम प्राया । 2 सम्वत् १६४१में तांवड़िया गांव और सम्वत् १६६४में करमसीसर दोनों गांव पट्ट में थे। 3 वागड़से आया तब मोटे राजाजीने वड़ला गांव पट्ट में दिया। 4 राव मालदेवके विखेमें ऊगा महेवचाके साथ भांगेसरकी लड़ाईमें काम पाया ।.... 5 नागोरवालोंसे लड़ाई हुई तब भाटेर गांव में काम आया। 6 जोधपुर परगनेका भगतावासणी गांव पट्टे । सम्वत् १६७१में कुंवर गजसिंह और गोयंददासजीने राणाके देशका (मेवाड़का) कुंभलमेर लिया वहां काम आया।